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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। निराश्रित बुजुर्गों के लिए सहारा बने स्थानीय कालिका नगर, पुष्प विहार स्थित खुशहाल वृद्धाश्रम में गत दिनों उदयपुर सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म पर गंभीर हालत में मिले एक बुजुर्ग को आसरा देकर संचालिका ने कुछ दिनों के अपने अथक प्रयासों से निरंतर काउंसलिंग कर पटना स्थित उसके परिवार से मिला कर निवास पहुँचाया और खुशियाँ बांटी।
वृद्धाश्रम संचालिका नंदिनी त्रिपाठी उदयपुर में अपनी एमएसडब्ल्यू की परीक्षा देकर लौट रही थी। इसी दौरान उदयपुर सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर एक निराश्रित वृद्ध पर उनकी नजर पड़ी। नंदिनी ने जब उनके पास जाकर देखा तो वे बहुत गंभीर स्थिति में गिरे पड़े थे। मानवीय संवेदनाओं को सर्वोपरि रखते हुए उसी वक्त टीटी से बात करके नंदिनी उस 80 वर्षीय बुजुर्ग को अपने साथ ले आई और बुजुर्ग हेल्पलाइन 14567 पर सूचना दर्ज करवाई। उसने अपना नाम बच्चू यादव बताया।
चित्तौड़ पहुंचते ही आश्रम के जीवन मेनारिया व उनकी टीम वृद्ध को आरपीएफ थाने लेकर गई, वहां उनकी काउंसलिंग की गई। आरपीएफ पुलिस की मदद से वृद्ध को सांवरिया चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। पांच दिन पश्चात डिस्चार्ज के बाद वृद्ध को आश्रम में सहारा दिया। अपने स्तर पर काउंसलिंग में वृद्ध बच्चू यादव के पटना में सिंगोरी क्षेत्र का निवासी होना पाया गया। सफलता के अंतिम छोर तक पहुँचते हुए सिंगोरी थाना के बीट इंचार्ज से सम्पर्क कर वीडियो कॉल से परिवारजनों की बात कराई गई। इस दौरान वृद्ध और परिवारजनों के चेहरे पर खुशियाँ छलक उठी। बेटा बलम यादव व भतीजा वृद्ध को लेने आया तब बताया कि साथियों के साथ अयोध्या देवदर्शन के लिए गये पिताजी भटक गए। खुशहाल वृद्धाश्रम परिवार ने हर संभव प्रयास कर एक वृद्ध पिता को बेटे से मिलवाया। निराश्रित बुजुर्गों के लिए खुशहाल वृद्वाश्रम निःशुल्क सहारा बना हुआ है।