1344
views
views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, चित्तौड़गढ़ तथा अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (राज. उच्च शिक्षा) के संयुक्त तत्वाधान में "राष्ट्रीय नीति 2020 नीति से परिवर्तन तक "विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. मनोज कुमार बहरवाल ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. हेमेन्द्रनाथ व्यास ने की। कार्यक्रम सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुआ, अतिथियों के स्वागत पे पश्चात स्वागत वक्तव्य एबीआरएसएम के जिला अध्यक्ष संदीप शर्मा ने देते हुए संगठन की कार्यप्रणाली और कार्यक्रम की रुपरेखा का संक्षिप्त परिचय दिया। उसके पश्चात मुख्य वक्ता ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य को समझाते हुए राष्ट्रीय शिखा नीति २०२० की 5 वी वर्षगांठ पर उसकी उपलब्धियों की चर्चा की तथा देश में राष्ट्रीयता की भावना जगाने और सांस्कृतिक उन्नयन के लिए एनईपी २०२० की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए प्रो. व्यास ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन और चुनौतियों पर चर्चा की। धन्यवाद ज्ञापन एबीआरएसएम के जिला सचिव डॉ. भरत वैष्णव ने किया। कार्यक्रम का संचालन महिपाल दान चारण ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रो. भारती मेहता, प्रो. पीयूष शर्मा, प्रो. सुमन डाड तथा अन्य शिक्षक साथी और विद्यार्थी उपस्थित रहें।