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सीधा सवाल। चितौड़गढ़। जिले में गुरुवार को स्कूली बच्चों को लाने और ले जाने वाला वाहन में हादसे का शिकार हो गया। बच्चों को स्कूल ले जा रही इक्को कार नाडी में पलट गई। गनीमत रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। वहीं एक अन्य हादसे में अपने नातिन को लेकर जाने के दौरान एक वैन में आ लग गई। किसी तरह नाना ने वैन रोक कर बच्चों को बाहर निकाला। इनके मामूली हाथ झुलस गए तो चिकित्सालय ले जाकर प्राथमिक उपचार करवाया।
ब्रेक चिपकने से हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार शहर में स्थित किंडर जॉय स्कूल में बोरदा से स्कूली बच्चों को लेकर इको कार आ रही थी। इसी दौरान ऋषि मंगरी के पास गाड़ी के ब्रेक चिपक गए और अनियंत्रित होकर गढ्ढे में पलट गई। इस दौरान बरसात भी आ रही थी। इको में 6 बच्चे सवार थे, जिसमें से 3-4 बच्चों और वाहन चालक को भी चोटें आई है। जानकारी मिलने पर स्थानीय ग्रामीण एकत्र हो गए और बच्चों व वाहन चालक को बाहर निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुुंचाया। घटना के बाद परिजन भी पहुंचे, लेकिन बच्चों को सुरक्षित देखकर राहत की सांस ली। इधर, जानकारी मिली है कि स्कूली वाहनों के कई बार दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले सामने आते है और इन वाहनों की नियमित जांच भी नहीं होती। यही कारण है कि बच्चों को लेकर जा रही यह गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है।
वैन में लगी टंकी में हुआ विस्फोट
इधर, जानकारी में सामने आया कि में गांधीनगर स्थित विद्युत निगम के पावर हाउस के सामने एक वैन में आग लग गई। सूचना मिलने के बाद कोतवाली थाना पुलिस पहले मौके पर बाद में जिला चिकित्सालय पहुंची। बताया गया कि मरमी निवासी काशीराम अपनी पुत्री से मिलने के लिए चित्तौड़गढ़ आया था। बाद में अपने नातिन को लेकर गांधीनगर मुख्य मार्ग पर आया, तभी यह हादसा हो गया। काशीराम ने वैन को सड़क के किनारे खड़ा कर दिया। गैस के कारण वैन में आग तेजी से फैल गई। इस दौरान बच्चों के हाथ झुलसने की बात सामने आई। वैन में गैस टंकी लगी हुई थी, जिसके कारण कोई भी पास जाने की हिम्मत नहीं कर पाया। एक बार तो गैस टंकी में जोर का विस्फोट भी हुआ। क्षेत्र के लोगों ने दमकल को सूचना की। दमकल ने मौके पर पहुंच कर आग बुझाई तब तक वैन पूरी तरह जल गई। कोतवाली थानाधिकारी तुलसीराम ने जानकारी मिलने के बाद पुलिस जाप्ते को मौके पर भेजा। गांधीनगर चौकी प्रभारी एएसआई जितेंद्र सिंह जिला चिकित्सालय पहुंचे जिन्होंने बताया कि बच्चों का प्राथमिक उपचार करवाया। समय रहते बच्चे वन से उतर गए थे, जिससे गंभीर हादसा होने से बच गया।