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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण गतिविधि एवं संगम विकास समिति की ओर से अमावस्या के अवसर पर संगम महादेव पर हरित मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मिलन प्रमुख बालकिशन भोई एवं नगर प्रमुख गोपाल कृष्ण दाधीच ने बताया कि प्रतिमाह की भांति इस बार भी कार्यक्रम प्रांत सहसंयोजक धर्मपाल गोयल एवं संगम महादेव ट्रस्ट अध्यक्ष नारायण भोई के सानिध्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में संगम को पर्यावरणीय दृष्टि से संरक्षित करने पर चर्चा हुई। इस दौरान बर्तन बैंक की स्थापना, मंदिर परिसर एवं घाटों को प्लास्टिक मुक्त बनाने तथा नौकायन व्यवस्थाओं पर विचार किया गया।
अपने विचार रखते हुए प्रांत संयोजक धर्मपाल गोयल ने संगम का ऐतिहासिक महत्व बताया और कहा कि यहां उपलब्ध मूर्तियों की कार्बन डेटिंग कराई जानी चाहिए ताकि इस पौराणिक स्थल का महत्व समाज के सामने आ सके। उन्होंने कहा कि संगम का संबंध गोरा-बादल जैसे ऐतिहासिक पात्रों से भी है, वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहां कालसर्प योग एवं अन्य पूजा-पाठ भी होते हैं।
पूर्व समाज अध्यक्ष रतन भोई ने कहा कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति इस अभियान से जुड़ेगा और भोई खेड़ा सहित संगम क्षेत्र के विकास के लिए प्रयास करेगा। गतिविधि संबंधी जानकारी सतीश सोनी एवं प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारी बालकिशन भोई ने दी।
इसके उपरांत उपस्थित समाजजनों ने संगम घाट की स्वच्छता अभियान चलाया। प्लास्टिक हटाकर, खरपतवार उखाड़कर घाट को स्वच्छ किया गया तथा पंडित स्थान पर स्वच्छता के लिए जागरूकता भी बढ़ाई गई।
कार्यक्रम में भगवान भोई, नारायण भोई, मोहन भोई, पूर्व पार्षद हीरालाल भोई, श्यामलाल भोई, कालू भोई, भेरू भोई, गोपाल भोई, धना भोई, उदयलाल भोई, हरिराम भोई, पप्पू भोई, सोहन भोई, लालूराम भोई, नारायण भागचंद भोई, सत्यनारायण भोई सहित अनेक समाजजन उपस्थित रहे।