views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़।
राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (रेसा पी) का जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन शुक्रवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सेंती, चित्तौड़गढ़ में आयोजित हुआ। सम्मेलन का शुभारंभ मां शारदे की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण के साथ राष्ट्रगीत गाकर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं संरक्षक, राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता प्राचार्य डॉ. गोविंद राम शर्मा थे, जबकि अध्यक्षता जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार जैन ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में एडीईओ डॉ. जितेंद्र दशोरा, विनोद राठी, शंभूदयाल जयसवाल, शंभूलाल लखारा, राकेश तिवारी, मूलसिंह चौहान, हीरालाल खटीक, मुश्ताक अहमद शाह, राजेश जोशी एवं विद्यालय के प्राचार्य राकेश व्यास उपस्थित रहे।
सम्मेलन में संगठन की सदस्यता अभियान की ब्लॉकवार प्रगति की समीक्षा की गई। विभिन्न ब्लॉकों के प्रतिनिधियों ने मंच से अपने विचार साझा करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इसमें पूर्व वर्षों की प्राचार्य पदोन्नति आदेशों में चयन तिथि अंकन, व्याख्याताओं की वेतन विसंगति का समाधान, ब्लॉक स्तर पर कार्यकारिणी गठन, गैर-शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्ति, छात्रों के सर्वांगीण विकास के प्रयास और पदोन्नत प्राचार्यों की वरिष्ठता का स्थाई समाधान जैसे बिंदु प्रमुख रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. गोविंद राम शर्मा ने कहा कि संस्था प्रमुख की कुशलता और प्रयासों से विभागीय कार्य सहजता से संभव हो सकते हैं। उन्होंने संगठन स्तर पर स्थाई स्थानांतरण नीति बनाने पर बल दिया और सुझाव दिया कि भविष्य में सम्मेलनों की तिथियां इस प्रकार तय की जाएं कि किसी राजकीय अवकाश से टकराव न हो।
सम्मेलन में सेवानिवृत्त प्राचार्यों का सम्मान किया गया और उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया। जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार जैन ने संगठनात्मक जानकारी साझा की, जबकि प्रधानाचार्य राकेश व्यास ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन भगवान लाल सुथार ने किया और संजय कोदली ने गीत प्रस्तुत कर समां बांधा।
सम्मेलन में विनोद राठी, अशरफ खान पठान, भवानी शंकर कोली, डॉ. कनकमल जैन, नगजीराम जाट, सुभाष मेडतवाल, दिलीप उपाध्याय, दलीचंद छिपा, शंभूलाल लखारा, मोहम्मद राशिद खान, कन्हैयालाल मेनारिया सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।