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सीधा सवाल। निम्बाहेड़ा। कोतवाली निम्बाहेड़ा थाना पुलिस द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओ के साथ होने वाली छेड़छाड़ एवं छींटाकशी की रोकथाम हेतु ऑपरेशन गरिमा के तहत निम्बाहेडा में स्कुली छात्र छात्राओ को अहम जानकारी दी गई।
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि स्कुल/कॉलेज, कोचिंग सेन्टर, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड, पार्क एवं भीड़ भाड़ वाले स्थानो पर महिलाओ/बालिकाओ के साथ होने वाली छेड़छाड़ एवं छीटाकशी के प्रभावी रोकथाम हेतु पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर 01 मार्च से 15 मार्च तक पंद्रह दिवसीय ऑपरेशन गरिमा अभियान चलाया जा रहा है। महिलाओ/बालिकाओ को अधिक से अधिक जागरूक करने एवं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के सम्बन्ध मे डीएसपी निम्बाहेड़ा बद्रीलाल के मार्गदर्शन व थानाधिकारी कोतवाली निम्बाहेड़ा रामसुमेर मीणा पु.नि. के निर्देश पर एएसआई सूरज कुमार, कानि. ज्ञानप्रकाश, महिला कानि.राजबाला, स्नेहलता व माधुरी द्वारा शनिवार को कस्बा निम्बाहेडा मे विभिन्न स्कुलो एंव संस्थाओ मे स्कुली बालिकाओ एवं स्कुल के अध्यापिकाओ को उनके साथ कोई घटना होने व छेडछाड एवं छीटाकशी होने पर तुरन्त पुलिस को 112 पर कॉल करके या फिर महिला गरिम हैल्प लाई 1090 पर सुचित करने की जानकारी दी गई।
ऑपरेशन गरिमा
महिलाओं एवं बालिकाओ के साथ होने वाली छेड़छाड़ एवं छींटाकशी की रोकथाम हेतु ऑपरेशन गरिमा के तहत राजस्थान पुलिस ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय किए हैं, जिनमें शामिल ऑपरेशन गरिमा राजस्थान पुलिस द्वारा चलाया गया एक अभियान है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकना है।
1. महिला पुलिसकर्मियों की तैनातीः- राजस्थान पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से तैनात किया है ताकि वे महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए काम कर सकें।
2. सार्वजनिक स्थानों पर निगरानीः- राजस्थान पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी है ताकि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
3. अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारीः- राजस्थान पुलिस ने अपराधियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीमें बनाई हैं।
4. जागरूकता अभियानः- राजस्थान पुलिस ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता अभियान चलाया है ताकि लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक किया जा सके।
ऑपरेशन गरिमा का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकना है।