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गोमाता की सेवा परम् भगत्व सेवा है - संत पुरोहित
सीधा सवाल। डूंगला। गौ सेवा ही भगवत्व सेवा है । गो माता की सेवा को जीवन का सार मानकर सेवा करने को लेकर कई मंत्र दिए । वही बताया कि वह जीवन व्यर्थ है जो गो सेवा में सहयोगी नही बन पाता । गो सेवा को मानव जीवन की सबसे पवित्र सेवा बताते हुए मनुष्य जीवन मे गो माता की सेवा करना ही लक्ष्य रखना है । उक्त बात कृष्ण नगर आलाखेड़ी में राधा कृष्ण मन्दिर पर 15 दिवसीय झूला महोत्सव के तहत प्रशासनिक संत राकेश पुरोहित ने कही ।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अम्बा लाल मेनारिया ने बताया कि झूला महोत्सव 13 दिनों से निरंतर जारी है । जिसमें सैकड़ो भक्तों ने दर्शन भगवान सहित संतों से लाभ लिया । वही बताया कि भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप को चन्दन के झूले में निरन्तर झुलाया जा रहा है। प्रतिदिन मन मोहक झाकियां सजाई जा रही हैं। आयोजन के तहत हरे कृष्णा प्रभु जी प्रशासनिक संत राकेश पुरोहित ने भगवान श्री कृष्ण व राधा मैय्या ने अपने घर का नाम भी स्वयं जग जननी गो माता के नाम पर गो लोक धाम रखा। यहां यह बतादे की मनुष्य के मृत्यु प्राप्त होने पर गो दान का महत्व बताया गया। मोक्ष प्राप्त करने से पूर्व वैतरणी पार गो माता ही करवाती है । कार्यक्रम के मौके पर भगवान को 56 भोग व भव्य अन्नकूट का भोग लगाया गया। वही अगले अगले दिन भी भगवान को 56 भोग व भव्य अन्नकूट का भोग लगाया जाएगा। मंदिर परिसर भक्ति और श्रद्धा के माहौल से सरोबर रहा। प्रतिदिन बड़ी संख्या में कई गांवों से श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करने ओर भक्ति के मार्ग में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं।