views
चिकित्सा, स्वायत्त विभाग व आमजन के सहयोग से मच्छरजनित बीमारियों पर काबू संभव
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। प्रदेश में हुई भारी बारिश के बाद मच्छर प्रजनन स्थलों पर डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया जैसे मच्छरजनित रोगों के प्रसार का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए चिकित्सा एवं स्वायत्त शासन विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे मच्छर प्रजनन स्थलों के नष्टीकरण में सक्रिय सहयोग करें।
डॉ. ताराचंद गुप्ता ने बताया कि राज्य एवं जिला स्तर पर नगर परिषद आयुक्त और नगर पालिका अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। राजस्थान एपेडेमिक डिजीज एक्ट-1957 की धारा 2 के तहत आमजन को भी अपने घरों व खाली प्लॉटों में मच्छर प्रजनन स्रोत विकसित नहीं होने देने होंगे। सहयोग न करने पर नोटिस देकर चालान व जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने बताया कि नालियों की सफाई, गंदे पानी में एमएलओ डालना, प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग, सड़कों पर बने गड्ढों को भरवाना, पानी की टंकियों व अन्य जल स्रोतों की सफाई, खाली भूखंडों से पानी व कचरे का निस्तारण जैसी कार्रवाइयां की जा रही हैं। साथ ही कचरा संग्रहण वाहनों के माध्यम से भी जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि चिकित्सा विभाग की 856 टीमें दैनिक रूप से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर एंटी-लार्वा, एंटी-एडल्ट और सोर्स रिडक्शन संबंधी गतिविधियां कर रही हैं। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे अपने आसपास सफाई रखें और विभागीय प्रयासों में सहयोग कर मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम में सहभागी बनें।