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सीधा सवाल। कपासन। सूरज माली पर हुए हमले के मामले में चल रहे आंदोलन को लेकर शनिवार देर रात तक प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच वार्ता हुई। यह वार्ता आर्थिक पैकेज पर सहमति न बन पाने के कारण अटक गई। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने घोषणा की कि वे रविवार वापस धरना स्थल पर पहुंचेंगे और चित्तौड़गढ़ कूच का निर्णय लेंगे।प्रसंगवस उल्लेखनीय है की कस्बे के राजेश्वर तालाब में पानी की मांग करने वाले युवक सूरज माली पर हुए हमले के विरोध में आंदोलन चल रहा है। शनिवार देर शाम आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने सूरज को न्याय दिलाने और मांगों को लेकर प्रशासन को रात 9:20 बजे मंच से आधे घंटे का अल्टीमेटम दिया था, जिसके बाद चित्तौड़गढ़ कूच की घोषणा की गई थी।अल्टीमेटम के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह और एसीएम मणिलाल धरना स्थल के पास पहुंचे। बेनीवाल ने उनसे अलग से वार्ता की और अपनी मांगें बताईं। अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। रात 11 बजे के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रभा गौतम भी कपासन पहुंचीं।इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें पीड़ित सूरज के पिता शांति लाल, माली समाज के श्याम लाल माली, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भैरू लाल चौधरी, पीसीसी सचिव डॉ ललित बोरीवाल और भेरु लाल बारेगामा शामिल थे, थाने में एडीएम से वार्ता करने पहुंचे। प्रतिनिधिमंडल ने सूरज प्रकरण की जांच एसओजी से करवाने, आर्थिक पैकेज देने, सरकारी खर्चे पर सूरज का पूरा इलाज करवाने, नौकरी देने और नई सब्जी मंडी में एक दुकान देने की मांगें रखीं।इन मांगों पर उच्चाधिकारियों से चर्चा हुई। आर्थिक पैकेज की राशि को लेकर सहमति नहीं बन पाई। जबकि अन्य सभी मांगों पर सहमति बन गई थी।
यहां आने का सिर्फ एक ही मकसद सूरज को न्याय दिलाना - सांसद हनुमान बेनीवाल
वार्ता के उपरांत प्रतिनिधिमंडल लगभग रात पौने एक बजे धरना स्थल पर लौट आया और बेनीवाल के साथ चर्चा की।बेनीवाल ने आर्थिक पैकेज को लेकर अधिकारियों से मोबाइल पर रात 2:15 बजे तक वार्ता जारी रखी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी धरना सभा में मौजूद रहीं। आंदोलनकारी और कार्यकर्ता चित्तौड़गढ़ कूच के नारे लगाने लगे।इसके बाद बेनीवाल ने घोषणा की कि सभी लोग रविवार इसी स्थान पर बड़ी संख्या में इकट्ठा होंगे। उन्होंने कहा कि वे प्रशासन से बात नहीं करेंगे, बल्कि कूच करेंगे।इस दौरान बड़ी संख्या में महिला पुरुष धरना स्थल पर डटे रहे।इससे पूर्व शनिवार को बेनीवाल के दोपहर में आने का था, लेकिन वह देर शाम 7.50 बजे पहुंचे। रात साढ़े आठ बजे सभा को संबोधित करते हुए बेनीवाल ने कहा कि यहां आने का सिर्फ एक ही मकसद हैं।सूरज को न्याय दिलाना। इस दौरान बेनीवाल ने न्याय नहीं मिलने पर चित्तौड़गढ़ कूच का ऐलान किया।साथ ही बेनीवाल ने कहा कि जरूरत पड़ी तो धरना स्थल पर एक लाख लोगों के धरने की सभा के लिए तारीख घोषित की जाएगी।सांसद बेनीवाल ने कहा कि आज सूरज के परिवार को न्याय दिलाने के लिए सर्व समाज इतने दिन से लडाई लड़ रहा है। मगर राजस्थान में आज के समय में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। पेपर लीक तो भजन लाल सरकार से भी नहीं रुक रहा है। राज्य की सरकार को अधिकारी चला रहे हैं। विधायकों की बात सुनकर अधिकारियों की बात ही सीएम सुन रहे हैं।बेनीवाल ने कहा कि अगर मैं जातिवादी नेता होता तो यहां नहीं आता। मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं। मगर इतना जरूर है कि राज्य की सत्ता मेवाड़ से बनती है।बेनीवाल ने कहा कि पूर्व सीएम और कांग्रेस के नेता यहां आ चुके हैं।यहां के सांसद भी घायल सूरज से मिलने अहमदाबाद चले गए हैं। इसका मतलब है कि सूरज को सभी न्याय दिलाना चाहते हैं। ऐसे में अगर विधायक या उनके किसी का भी कोई रोल है या अंगूली उठ रही है तो फिर कार्रवाई में देरी क्यो हो रही है। ये संघर्ष अन्याय के खिलाफ है। हम चाहते हैं कि हक की लडाई की बात दिल्ली तक जाए। इससे पहले हनुमान बेनीवाल ने सूरज के परिवार वालों से मुलाकात की।