views
सीधा सवाल। कपासन। सर्व सनातन समाज और हिंदू संगठनों ने उपखंड कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ये प्रदर्शन धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और उन्माद फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर किया गया।ये घटना 27 सितंबर की रात की है। कस्बे में नगर पालिका द्वारा राम लीला का मंचन चल रहा था। रामलीला मंचन स्थल से कुछ ही दूरी पर पांच बत्ती चौराहे पर एक धरना प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा था।जब रामलीला मंच से भगवान श्री राम की स्तुति के साथ कार्यक्रम शुरू होने वाला था, तभी धरना प्रदर्शन के मंच से भेरु लाल बारेगामा ने माइक पर ऊंची आवाज में रामलीला मंचन करने वालों को धमकाया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को उकसाते हुए कहा कि रामलीला मंचन तुरंत बंद कर दिया जाए, अन्यथा पंडाल को आग लगा दी जाएगी। बारेगामा ने कलाकारों को भी धमकाया और श्री राम तथा लक्ष्मण के बारे में अभद्र टिप्पणी करते हुए कहा कि उनकी आज छुट्टी है, इसलिए वे अंदर जाकर भोजन करें।उन्होंने माइक बंद करने की भी धमकी दी।हिंदू समाज के आराध्य राम और लक्ष्मण के बारे में की गई इन अभद्र टिप्पणियों से रामलीला देखने आए सनातनी समुदाय और समस्त हिंदू समाज की भावनाएं आहत हुईं। इस घटना से पूरे सनातन समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है। संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ शीघ्र और कड़ी कार्रवाई की जाए, विशेषकर इसलिए क्योंकि नवरात्रि महोत्सव के दौरान रामलीला का मंचन आगामी दिनों में भी जारी रहेगा।इस दौरान बजरंग दल के जिला सहसंयोजक रोहित सिंह, विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष दिलीप बारेगामा, प्रखंड अध्यक्ष मुकेश जागेटिया, प्रखंड मंत्री गोपाल काबरा, नगर अध्यक्ष छोटू वैष्णव, नगर मंत्री सुरेश जीनगर, बजरंग दल के नगर सहसंयोजक अक्षत सिरोया, नपा अध्यक्ष मंजु देवी सोनी, नगर पालिका मेला कमेटी अध्यक्ष पुष्पा वैष्णव,पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष नंद किशोर टेलर, पार्षद अशोक विजयवर्गीय, गोपाल पुरबिया, बबलू सोनी, राकेश आचार्य, गोविन्द पंवार, शंभुलाल जाट, नेहपाल सिंह, रामलाल अहीर, मनीष बारेगामा, राधे श्याम वैष्णव, राधेश्याम बागड़ा, सुरेश शर्मा, संपत सुथार, रतन टांक, रमेश बारेगामा, विकास बारेगामा, आशीष सोनी, आशीष नंदवाना, चेतन बारेगामा, शम्भू लाल बागड़ा, भगवती आचार्य, मनोज आचार्य, मुरली टेलर सहित कई सनातनी शामिल रहे।