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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर आलोक रंजन के निर्देशन में बाल विवाह मुक्त राजस्थान अभियान के अंतर्गत जिले में निरंतर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य जिले को बाल विवाह जैसी कुप्रथा से पूर्णतः मुक्त करना है। इसी क्रम में जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ओमप्रकाश तोषनीवाल ने बताया कि शिक्षा विभाग के सहयोग से पीएम श्री स्टेशन विद्यालय, चित्तौड़गढ़ में बाल विवाह विषय पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि बाल विवाह से बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं भविष्य पर गहरा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही, यह भी समझाया गया कि समाज में इस कुप्रथा को रोकने के लिए सभी नागरिकों को सजग और जिम्मेदार बनना आवश्यक है।
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्रेरित किया गया कि यदि उन्हें कहीं भी बाल विवाह की सूचना मिले तो उसकी शिकायत चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर तुरंत दर्ज करवाएँ। इस दौरान विद्यार्थियों को यह भी आश्वस्त किया गया कि शिकायतकर्ता की जानकारी को पूर्णतः गोपनीय रखा जाएगा तथा 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों की किसी भी प्रकार की समस्या या सहायता हेतु हेल्पलाइन 1098 पर निःशुल्क कॉल किया जा सकता है।
निबंध प्रतियोगिता में छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और बाल विवाह के खिलाफ अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता में अंजली माहेश्वरी ने प्रथम स्थान, नंदिनी जायसवाल ने द्वितीय स्थान एवं फैजान मोहम्मद ने तृतीय स्थान पर रहे। जिला बाल अधिकारिता विभाग द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग से लोकेश सोनी, विद्यालय की प्राचार्य ज्योति लढ़ा, व्याख्याता जितेंद्र सिंह सहित विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे।