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सीधा सवाल। राशमी। मरमी माता में आयोजित तीन दिवसीय दशहरे मेले के प्रथम दिन बुधवार रात्रि को विधायक अर्जुन लाल जीनगर के मुख्य आतिथ्य मे मां शारदे की वंदना से कवि सम्मेलन का आगाज हुआ। वीर रस के कवि अमित शर्मा (दिल्ली) ने सनातनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। राजस्थानी हास्य रस के कवि सोहनदास चारण (परबतसर) ने अपनी रचनाओं से खूब हँसाया। श्रृंगार रस की कवियित्री डॉ. शुभम त्यागी ने नोंक-झोंक भरे काव्य पाठ से वाहवाही लूटी। हास्य कवि धीरज शर्मा ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया, वहीं वीर रस के कवि लोकेश चारण (अजमेर) ने राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कविताओं का पाठ किया।हास्य कवि ओम आदर्शी (बनेड़ा) ने अनूठेपन से भरी रचनाएँ सुनाकर आनंदित किया। जयपुर के हास्य कवि कमल मनोहर ने व्यंग्यपूर्ण कविताओं की बौछार से कार्यक्रम में समाँ बाँध दिया।
वीर रस के कवि लोकेश चारण ने फिक्र है सभी को अपनी दुकान की,किसी को चिंता नहीं हिंदुस्तान की सुनाकर वाहवाही लूटी। ओम आदर्शी ने बच्चों की मौजूदा स्थिति पर तंज कसते हुए आज बच्चे मोबाइल में पबजी खेलकर बिल्कुल खत्म हो रहे,
गिल्ली-डंडा, छुपन-छुपाई, कंचा-कबड्डी सब भूल गए सुनाई।