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मानव–वन्यजीव सह-अस्तित्व पर दिया गया संदेश
सीधा सवाल। बस्सी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 71वां वन्यजीव सप्ताह 2 अक्टूबर से उत्साहपूर्वक मनाया गया। इसका समापन समारोह मंगलवार को वन्यजीव अभयारण्य बस्सी के मेघपुरा चौकी परिसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर वन विभाग के अधिकारी, विद्यालयों के विद्यार्थी, ग्रामीणजन और वन्यजीव प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप वन संरक्षक (वन्यजीव) चित्तौड़गढ़ राहुल झांझड़िया ने की। इस दौरान सहायक वन संरक्षक यशवंत कंवर, सहायक वनरक्षक भावना शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी चंद्रजीत सिंह (विजयपुर), नरेंद्र बिश्नोई (बस्सी अभयारण्य) सहित समस्त वनकर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राव नरेंद्र सिंह (विजयपुर), पूर्व सरपंच किशनलाल सुथार (पालका), नंदकिशोर कोठारी, सरपंच प्रेम भोई (बस्सी), देवेंद्र सिंह भाटी, प्रमोद कोठारी, रतन लोहार और वन्यजीव प्रेमी भानुप्रताप सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। इस अवसर पर पी.एम. श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पालका, लक्ष्य सेंटर अकैडमी बस्सी, तथा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बस्सी के विद्यार्थी और शिक्षक भी उपस्थित रहे।
समारोह का संचालन सहायक वनरक्षक भावना शर्मा ने किया। इस वर्ष वन्यजीव सप्ताह की थीम (मानव–वन्यजीव सह-अस्तित्व) रखी गई। अधिकारियों ने बताया कि यह थीम इस बात का प्रतीक है कि मानव और वन्यजीव एक-दूसरे के साथ शांतिपूर्वक रह सकते हैं, संसाधनों को साझा कर सकते हैं और टकराव को कम करके पर्यावरण संतुलन बनाए रख सकते हैं।
कार्यक्रम में रामू भाट की टीम द्वारा कठपुतली नृत्य के माध्यम से वन और वन्यजीव संरक्षण का संदेश दिया गया, वहीं पी.एम. श्री विद्यालय पालका की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।
वन्यजीव सप्ताह के अंतर्गत आयोजित चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं —
रवीना धाकड़, सुमन कुमारी, मैना धाकड़, शिवम सुथार, फुल धाकड़, सरिता सेन (पी.एम. श्री विद्यालय पालका),
साक्षी शर्मा, पायल रेगर, गोरी सिंह, स्नेहा सोनी, कनिज फातिमा (लक्ष्य अकैडमी),
तथा पुष्कर सुथार, सूरज गुर्जर, यशोदा रेगर, सुमन धाकड़, सुमन सालवी और सपना सेन (राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बस्सी) को पुरस्कृत किया गया।
समारोह के अंत में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया और उपस्थित सभी लोगों को वन्यजीव संरक्षण, आवास संरक्षण और मानव–वन्यजीव सह-अस्तित्व का संकल्प दिलाया गया।
उप वन संरक्षक राहुल झांझड़िया ने कहा —“वन्यजीव प्रकृति का अभिन्न हिस्सा हैं। हमें उनके आवासों की रक्षा कर पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखना चाहिए। मानव और वन्यजीव के बीच सौहार्दपूर्ण सह-अस्तित्व ही स्थायी विकास की कुंजी है।”