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चित्तौड़गढ़। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) चित्तौड़गढ़ ने ग्राम पंचायत राशमी के सरपंच बंशीलाल रेगर के खिलाफ तीन लाख रुपए की रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया है। सरपंच पर भूखंडों के पट्टे जारी करने के बदले तीन लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है। एसीबी ने ट्रेप जाल बिछाया था जो फेल हो गया था। अब एसीबी की और से रिश्वत की मांग के मामले में विस्तृत अनुसंधान किया जा रहा है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी उदयपुर रेंज के डीआईजी प्रहलाद सिंह कृष्णिया के सुपरविजन में एएसपी विक्रम सिंह परमार की टीम ने यह कार्रवाई की। गत 13 अगस्त को परिवादी ने एसीबी चित्तौड़गढ़ में रिपोर्ट दी थी कि वह और उसका भाई अपने मकान और दादा के कब्जे वाले भूखंडों के पट्टे बनवाने के लिए राशमी सरपंच बंशीलाल रेगर से मिले। सरपंच ने इसके लिए छह लाख रुपए रिश्वत की मांग की।
एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया, जिसमें सरपंच ने काम के बदले 3 लाख रुपए मांगने की पुष्टि की और 1.50 लाख रुपए पहली किस्त के रूप में लेने की सहमति जताई। मामले में 15 अगस्त को ट्रैप कार्रवाई के दौरान परिवादी को रिश्वत की राशि लेकर सरपंच के राशमी स्थित घर भेजा गया। लेकिन एसीबी कार्यवाही की भनक लगते ही सरपंच अपने परिवार समेत घर पर ताला लगा कर भगा निकला। साथ ही सरपंच ने अपना मोबाइल भी बंद कर दिया। इस पर एसीबी ने सरपंच बंशीलाल रेगर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा नंबर 258/2025 दर्ज कर लिया। मामले की आगे की जांच एएसपी विक्रम सिंह परमार को सौंपी गई है।