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प्रबंधन पर वार्ता से बचने का आरोप, सुरक्षा उपकरण, पदोन्नति व ओवरटाइम प्रमुख मुद्दे
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की चित्तौड़गढ़ जिला शाखा, विद्युत कर्मचारी संघ इंटक ने कर्मचारियों की विभिन्न लंबित समस्याओं को लेकर निगम प्रशासन के प्रति गहरा असंतोष जताया है।
विद्युत कर्मचारी संघ इंटक चित्तौड़गढ़ जिला मीडिया प्रभारी शुभम श्रीवास्तव ने बताया कि संघ ने अधीक्षण अभियंता (पवस) को 23 सूत्रीय मांग पत्र सौंपते हुए आरोप लगाया कि उच्च अधिकारियों के निर्देशों के बावजूद प्रबंधन श्रमिक संघों से नियमित वार्ता से बच रहा है। जबकि निर्धारित समयावधि में श्रमिक संघों से बैठक कर समस्याओं का समाधान किये जाने के निर्देश थे। किंतु काफी समय व्यतीत होने के बावजूद बैठक आयोजित नहीं की गई, जिससे कर्मचारियों में गहरा असंतोष व्याप्त है।
सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाने, कार्यभार में संतुलन, ठेकेदारी व्यवस्था की समीक्षा, ग्रामीण कर्मचारियों का ओवरटाइम भुगतान, सहायक अभियंता व उपखंडों के ओवरटाइम की स्वीकृति, तकनीकी स्टाफ का फील्ड में उपयोग, पदोन्नति एवं सेवा लाभ, लंबित भुगतान शीघ्र जारी करने सहित सभी कर्मचारियों की सर्विस बुक और पहचान पत्र जारी करने, जर्जर जीएसएस भवनों की मरम्मत कराने, टीए बिलों का समय पर भुगतान सुनिश्चित किये जाने की मांगे प्रमुख रूप से थी।
इंटक ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि यदि वार्ता में लिए गए निर्णयों का निर्धारित समय में पालन नहीं किया गया, तो संगठन को धरना, प्रदर्शन एवं आंदोलनात्मक कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस स्थिति में उत्पन्न किसी भी औद्योगिक अशांति या विद्युत आपूर्ति में बाधा के लिए निगम प्रशासन पूर्णतः जिम्मेदार होगा।
बैठक में अजमेर डिस्कॉम के महामंत्री विमलचंद जैन, जिला संरक्षक बसंतीलाल वैद, जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मीणा, जिला महामंत्री जाकिर हुसैन मंसूरी, जिला कोषाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, रामप्रसाद गुर्जर, हेमराज मीणा, प्रमोद व्यास, विनय प्रताप, सुनील मीणा, मुकेश बालोदिया सहित अन्य जिला कार्यकारिणी सदस्य विशेष रूप से उपस्थित रहे।