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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर आलोक रंजन की अध्यक्षता में शुक्रवार को समिति कक्ष में आगामी स्वदेशी उत्सव मेला-2025 की तैयारियों को लेकर एक विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मेले की रूपरेखा, आयोजन स्थल की व्यवस्थाएं, विभागवार दायित्व निर्धारण, सुरक्षा व्यवस्था, स्वच्छता, यातायात प्रबंधन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा जनभागीदारी को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
जिला कलक्टर ने बताया कि स्वदेशी उत्सव मेला का आयोजन 30 अक्टूबर से 4 नवम्बर 2025 तक किया जाएगा। इस दौरान स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों, हस्तशिल्प, हथकरघा वस्त्रों, कृषि एवं उद्यानिकी उत्पादों, आयुर्वेदिक सामग्री, लघु उद्योगों तथा महिला स्वयं सहायता समूहों की उत्कृष्ट कृतियों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मेले का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों एवं उद्यमियों को एक सशक्त मंच उपलब्ध कराना है, ताकि “वोकल फॉर लोकल” की भावना के अनुरूप स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा मिल सके। रंजन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेला स्थल पर समुचित स्वच्छता, सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, यातायात प्रबंधन एवं आपातकालीन चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने नगर परिषद को विशेष रूप से साफ-सफाई एवं कचरा प्रबंधन की प्रभावी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। वहीं पुलिस विभाग को भीड़ नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा। बैठक में निर्णय लिया गया कि स्वदेशी उत्सव के दौरान प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें लोकनृत्य, भजन संध्या, गरबा नृत्य, नाटक, कवि सम्मेलन सहित विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी। इन कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को भी शामिल किया जाएगा ताकि मेले में लोकसंस्कृति की झलक देखने को मिले। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) प्रभा गौतम, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद विनय पाठक, अतिरिक्त जिला कलक्टर (रावतभाटा) विनोद मल्होत्रा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश पुरोहित, श्रवण सिंह, रघु शर्मा, हर्षवर्धन सिंह, नितिन चतुर्वेदी, गौरव त्यागी सहित नगर परिषद, शिक्षा, उद्यानिकी, कृषि, आयुर्वेद, यूआईटी के अधिकारी एवं संबंधित जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।