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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। वर्ल्ड हैरिटेज में शामिल एशिया के सबसे बड़े किले चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर काफी संख्या में पर्यटकों व विदेशी सैलानियों के आने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिये जाने से व्याप्त समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर ऑटो रिक्शा चालक यूनियन (इंटक) द्वारा राजस्थान सरकार के पर्यटन मंत्री को अवगत करा कर निराकरण की मांग की गई।
यूनियन द्वारा बताया गया कि प्रतिदिन देशी, विदेशी हजारों पर्यटक पर्सनल ऑटो करके चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक दुर्ग पर भ्रमण के लिए आते हैं, धार्मिक स्थलों पर दर्शन करते हैं। आने-जाने का पर्याप्त व सुगम रास्ता नहीं है, रोड़े क्षतिग्रस्त है, कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। यूनियन के आवेदन पर एक माह पूर्व सड़क बनाई गयी थी। पीने के स्वच्छ पानी की व्यवस्था कहीं भी नहीं है, बंद बोतलों का पानी खरीद कर पीने को मजबूर होना पड़ता है, शौचालय, बाथरूम की व्यवस्था नहीं है, जो बने हुए हैं वो भी जर्जर अवस्था में है। पार्किंग स्थल व दार्शनिंग स्थल साफ सुथरे नहीं है। पार्किंग ठेकाकर्मी आये दिन ऑटो चालकों का शोषण कर रहे हैं। मोबाईल टावर नहीं होने से ऑनलाईन टिकिट नहीं बन पाते हैं, घंटों तक भीड़ से आवागमन बाधित रहता है। चारों तरफ कूड़ा, करकट फैला हुआ है, आपातकाल सुविधाएँ नहीं है।
जिलाध्यक्ष अय्युब अली जाफरी, उपाध्यक्ष मुश्ताक अली, नगर अध्यक्ष शंकर राव, नगर उपाध्यक्ष राकेश पअवा, सचिव हिम्मतसिंह, कोषाध्यक्ष दीपक जांगिड़, मुख्य संरक्षक शरीफ शेख, महामंत्री मो. अब्दुल रशीद, जिला सलाहकार इकराम खा, नगर सलाहकार रूस्तम मिरासी आदि ने सभा आयोजित कर निर्णय लिया कि समस्याओं का शीघ्र ही निराकरण नहीं होने की दशा में आगामी दिनों में पाडनपोल पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।