views
भामाशाह के सहयोग से लखमीपुरा विद्यालय में लगा प्रोजेक्टर
सीधा सवाल। चिकारड़ा। कहते हैं कि हौसले बुलंद हो और मन में चाह हो तो क्या कुछ नहीं किया जा सकता है। जहां चाह है वहां राह है । ऐसा ही नजारा ओर वाक्या राजकीय प्राथमिक विद्यालय लखमीपुरा में देखने को मिला । कहने को तो प्राथमिक विद्यालय है लेकिन ग्रामीणों की तत्परता दान के प्रति लग्नता तथा समर्पण के चलते विद्यालय दिनों दिन भौतिक सुख सुविधाओं की ओर बढ़ते हुए विद्यार्थियों के जीवन को अलौकिक कर रहा है। यहां यह बता दे की विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मांगीलाल गाडरी के साथ पूर्व सरपंच नाथू सिंह मीणा मोरवन के प्रयास से भामाशाह ने प्रेरित होते हुए विद्यालय को प्रोजेक्टर भेंट किया है। इस मौके पर भामाशाह के साथ प्रेरक विद्यालय विकास समिति के अध्यक्ष का साफा माला उपरना पहना कर स्वागत किया। जानकारी में विद्यालय के प्रधानाध्यापक धनराज गाडरी ने बताया कि मोरवन के जीवन टेलर के साथ विशाल टेलर ने अपने स्वर्गीय पिता श्यामलाल टेलर की स्मृति में प्रेरित होते हुए प्रोजेक्टर भेंट किया है। छोटा गांव होने के बाद भी ग्रामीणों का उत्साह विद्यालय के प्रति बना रहता है। और इसी का परिणाम है कि विद्यालय में लगभग सुविधाए भामाशाहों के मार्फत उपलब्ध हो रही है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक का प्रयास रहता है कि पढ़ाई के साथ बच्चों को उनकी आवश्यकता अनुसार सुविधा भी उपलब्ध हो। और यही विचार करते हुए निरंतर भामाशाहों के संपर्क में रहते हैं। और उसी का परिणाम है। की भामाशाह समय समय पर सहयोग करते रहते है । गाडरी ने यह भी बताया कि ग्रामीणों का सम्मान ही भामाशाह का उत्पत्ति कारक है ।