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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। स्थानीय आरएनटी महाविद्यालय के बीएड एवं बीएसटीसी के नवागंतुक छात्र अध्यापक एवं छात्र अध्यापिकाओं का मौली बंधन एवं तिलक निकालकर वैदिक परंपरा से स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक परंपरा ऋग्वेद के मंत्र ,गुरु वंदना ,सरस्वती पूजन के साथ हुआ, मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वन कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं आरएनटी ग्रुप आफ कॉलेजेस के प्रबंधक निदेशक डॉ वसीम खान , महाविद्यालय समन्वयक गौरव त्यागी, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य एवं बॉटनी विभाग के प्रोफेसर गौतम कुकड़ा, महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय की पूर्व हिंदी विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर सुशीला लड्डा एवं कार्यक्रम के अतिथि निलेश सोनगरा, सोहनलाल अहीर शिवराज झाला ने किया l कार्यक्रम प्रभारी डॉ चंचल राठौर ने बताया की कार्यक्रम में महाविद्यालय के नवागंतुक छात्र अध्यापक एवं अध्यापिकाओं का गुड खिलाकर एवं मोलि बंधन एवं वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ स्वागत किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ वसीम खान ने अपने उद्बोधन में बताया कि जीवन में श्रेष्ठ ऊंचाइयों को पाने के लिए परिश्रम एवं धेर्य की आवश्यकता होती है साथ ही छात्रों को सुचरित्र' कठिन परिश्रम एवं अपने लक्ष्य को निरंतर प्राप्त करने के लिए अग्रणी रहना चाहिए तो निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होती है यह बतलाया ।
मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने अपने उद्बोधन में छात्रों को विभिन्न प्रकार के शिक्षा जगत के क्षेत्र के बारे में बताया कि किस प्रकार से हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं l
कार्यक्रम का सफल आयोजन करने में महाविद्यालय वरिष्ठ व्याख्याता डॉ मधुबाला शर्मा, प्रीति वर्मा, डॉक्टर लाजवंती छतवानी, निरंजन माली, शिखा सक्सेना, र3फ अहमद ने सहयोग किया एवं कार्यक्रम में मंच संचालन महाविद्यालय प्राध्यापक मनीष कुमार सोनी ने किया l