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सीधा सवाल। बड़ीसादड़ी। पशु विज्ञान केन्द्र बोजुंदा में ऑनलाइन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का कार्यक्रम का आयोजन किया दिनांक 19 नवंबर कै कोयम्बटर तमिलनाडु से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव कार्यक्रम दिखाया गया। कार्यक्रम में जिले 53, कृषक एवं कृषक महिलाओं को प्रधानमंत्री द्वारा लाइव टेलीकास्ट दिखाया गया। बकरी पालन एवं वर्मी कंपोस्ट उत्पादन और इसकी उपयोगिता पर एक दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण का पशु विज्ञान केंद्र बोजून्दा पर आयोजन किया गया। जिसमें केंद्र के डॉ मुकेश चंद शर्मा प्रभारी अधिकारी ने वर्मी कंपोस्ट लगाने के फायदे विधि तथा वर्मी कंपोस्ट के माध्यम से जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विस्तार से चर्चा की जिसमें उन्होंने कहा कि कम लागत से अधिक मुनाफा कमाने का तकनीक है। इसके साथ ही जैविक खेती करने से अनेक बीमारियों से बचा जा सकता है। अपने परिवार को भी और बाकी लोगों को भी से बचाया जा सकता है। विभिन्न कैंसर के प्रकार आजकल आम लोगों में फैल रहे है, जो वर्मी कंपोस्ट का उपयोग एवं जैविक खेती के माध्यम से विभिन्न कैंसर से इंसानियत को बचाया जा सकता है। वर्मी कंपोस्ट जिसके जिसके माध्यम से पशुपालक सिर्फ गोबर से वर्मी कंपोस्टिंग ही नहीं बना पाएंगे। इसके साथ-साथ कार्बनिक कचरे का उपयोग भी वर्मी कंपोस्ट के रूप में किया जा सकता है जिससे और भी लागत कम होगी और मुनाफा अधिक होने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी इसलिए गांव के पधारे पशुपालकों ने वर्मी कंपोस्ट बनाने के गुर सीखे तथा इसको अपने जीवन में उतारने का प्रण लिया I वह पशुपालकों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त के तहत किसानों को 18000 करोड रुपए की सम्मान निधि राशि का हस्तांतरण एवं दक्षिण भारत प्राकृतिक खेती सम्मिट 2025 के उद्घाघाटन का ऑनलाइन प्रसारण का प्रदर्शन भी बताया गया। व पशुपालकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्बबोधन
सुनाया गया। इस कार्यक्रम में 53 प्रगतिशील पशुपालक लाभान्वित हुए जिसमें 18 पुरुष व 35 महिलाएं थी
इस कार्यक्रम में पशुधन अनुसंधान केंद्र के सहायक कृषि अधिकारी रमेश चंद्र सुखवाल ईश्वर सिंह पशुधन सहायक व पशु विज्ञान केंद्र के रमेश गायरी पशुधन सहायक थे। प्रगति शील पशुपालक राम सिंह मीणा व कुलदीप चतुर्वेदी उपस्थित थे।