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सीधा सवाल। कपासन।।कपासन क्षेत्र के तुर्कियाखुर्द गांव में आयोजित तीन दिवसीय खाखलिया श्याम जुग महोत्सव का आय-व्यय ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। आयोजन समिति ने मंदिर परिसर में हुई बैठक में यह ब्यौरा प्रस्तुत किया, जिसमें संत समाज, ग्रामवासी और 15 गांवों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
समिति द्वारा जारी विवरण के अनुसार, जुग महोत्सव में कुल 15 लाख 78 हजार 581 रुपए की आवक हुई, जबकि कुल खर्च 15 लाख 54 हजार 131 रुपए रहा।आयोजन समिति के अध्यक्ष भगवान लाल कुमावत ने सभी उपस्थित लोगों के समक्ष यह लेखा-जोखा पारदर्शिता के साथ पढ़ा, जिस पर समाजजनों ने संतोष व्यक्त किया।महोत्सव के दौरान मंदिर का भंडार भी खोला गया।जिससे 1 लाख 49 हजार रुपए की राशि प्राप्त हुई। इस राशि का उपयोग मंदिर के विकास कार्यों में किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, महोत्सव की तैयारियों के दौरान बावजी के मार्ग पर प्रकाश की समस्या को देखते हुए 10 रोड लाइटों की आवश्यकता महसूस हुई, जिन्हें जगदीश जाट पुत्र शंकर लाल जाट ने दान किया।आयोजन समिति के सदस्य नाना लाल जाट ने बताया कि महोत्सव की सफलता में सभी ग्रामवासियों, दानदाताओं और समिति सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। समिति ने पन्ना लाल जाट के विशेष सहयोग और सुरेश चन्द्र जाट एवं धर्मराज द्वारा किए गए मंच संचालन की प्रशंसा की।समिति ने जुग महोत्सव को केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, सौहार्द और सहयोग का एक प्रमुख उदाहरण बताया। आय व्यय प्रस्तुत करने के दौरान बद्री लाल जाट पूर्व सरपंच, रामेश्वर जाट पूर्व सरपंच, पुजारी रामेश्वर गाडरी, बालू राम जाट मोती खेड़ा, बद्री लाल जाट लांगच, पूर्व सरपंच, नारायण अहीर, राधेश्याम राव सरपंच प्रतिनिधि, मिठू लाल जाट, गोपी गाडरी, रामेश्वर जाट तुरकिया कला, गोवर्धन जाट, नाना लाल जाट, दिनेश वैष्णव, लोकेश शर्मा सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।समिति सदस्यों ने बताया कि इस वर्ष महोत्सव में भक्तों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। तीनों दिन आयोजित भजन संध्या, झांकी प्रदर्शन, प्रसादी वितरण और धार्मिक अनुष्ठानों में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।अध्यक्ष कुमावत ने घोषणा की कि भविष्य में भी इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों को और अधिक सुव्यवस्थित करने का प्रयास किया जाएगा।समिति सदस्यों ने बताया कि इस वर्ष महोत्सव में भक्तों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। तीनों दिन आयोजित भजन संध्या, झांकी प्रदर्शन, प्रसादी वितरण और धार्मिक अनुष्ठानों में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।उन्होंने सभी ग्रामीणों से इसी तरह प्रेम, एकता और सहयोग बनाए रखने की अपील की। समिति ने सभी आगंतुकों और दानदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए महोत्सव का विधिवत समापन किया।