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सीधा सवाल। निंबाहेड़ा। समीपवर्ती ग्राम पंचायत मरजीवी के ग्राम खेडा जदीद में राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक जागरूकता प्रशिक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। मरजीवी के कृषि पर्यवेक्षक बलवीर सिंह हाड़ा ने बताया कि इस प्रशिक्षण में 50 किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
जिले के फार्मर मास्टर ट्रेनर प्रहलाद उपाध्याय ने प्राकृतिक खेती के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसकी आधारभूत जानकारी प्रदान की। उन्होंने पारंपरिक बीजों के संरक्षण, जैविक दशपर्णी किटनाशक, जीवामृत, घन-जीवामृत तैयार करने की विधि विस्तार से समझाई। उपाध्याय ने कहा कि “अपनी मिट्टी व आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखने के लिए प्राकृतिक खेती अपनाना समय की आवश्यकता है। यदि समाज को बचाना है तो गौ-आधारित खेती को बढ़ावा देना ही होगा।”
सहायक कृषि अधिकारी मुकेश कुमार मीणा ने जीवांश खाद तथा मिट्टी परीक्षण के महत्व और इसकी प्रक्रिया को ग्रामीण किसानों को समझाया। कृषि पर्यवेक्षक बलवीर सिंह हाड़ा ने वर्मी कम्पोस्ट खाद एवं गौवर्धन जैविक उर्वरक योजना के तहत उपलब्ध अनुदान सहित अन्य योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में सभी किसानों की उपस्थिति दर्ज कराई गई तथा चाय-नाश्ते के उपरांत बैठक का विधिवत समापन किया गया।