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होड़ा चौराहा घटना पर तीन पहिया वाहन चालकों को टारगेट करना बताया गलत
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। गत दिनों होड़ा चौराहे पर टाटा मैजिक चालक व प्राईवेट बस परिचालक के बीच हुई घटना को लेकर प्राईवेट बस चालकों, परिचालकों व संचालकों द्वारा दिये गये ज्ञापन पर झूठे आधारों पर शहर के समस्त तीन पहिया ऑटो चालकों को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाते हुए ऑटो रिक्शा चालक यूनियन (इंटक) ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर वास्तविक तथ्यों से अवगत कराया और बेबुनियाद आरोपों पर तीन पहिया ऑटो चालकों पर की जा रही कार्यवाही को निरस्त कराने की मांग की गई।
जिलाध्यक्ष अय्युब अली जाफरी, नगर अध्यक्ष शंकर राव, नगर उपाध्यक्ष राकेश पटवा ने संयुक्त रूप से बताया कि गत दिनों होड़ा चौराहा पर घटित घटना में सम्मिलित व्यक्ति एक चार पहिया वाहन चालक होकर टाटा मैजिक चलाता था। उसके द्वारा किये गये कृत्य पर समस्त बस चालकों, परिचालकों व संचालकों द्वारा बार-बार ऑटो चालक शब्द का प्रयोग करते हुए ज्ञापन सौंप की बिना किसी ठोस तथ्यों के तीन पहिया ऑटो चालकों के चालान बनाने, अनावश्यक जाँच कराये जाने का दबाव बनाया गया जो कि गलत है। ज्ञापन में दिये गये शब्द ऑटो चालक पर भी आपत्ति दर्ज कराते हुए संगठन ने स्पष्ट किया कि विवाद में रहा व्यक्ति एक चार पहिया वाहन संचालक था जबकि बदनाम समस्त तीन पहिया ऑटो चालक हो रहे हैं। परिचालकों द्वारा गुण्डागर्दी करने, आये दिन मारपीट करने जैसे शब्दों के साथ ऑटो चालक शब्द का प्रयोग कर रिपोर्ट दर्ज कराई गई। जिस पर समस्त तीन पहिया ऑटो चालक टारगेट हो रहे हैं। जबकि वास्तविकता में समस्त तीन पहिया ऑटोचालक गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर होकर प्रतिदिन ऑटो चलाकर आमदनी अर्जित करते हैं। कई ऑटो चालक किराये का ऑटो चलाते हैं। उनके द्वारा कभी भी कोई गतिविधियाँ ऐसी नहीं की गई जो दुर्घटनाएँ की संभावनाओं को बढ़ाती हो अथवा गुण्डागर्दी की प्रवृति बढ़ाती हो। जबकि क्षमता से अधिक सवारियाँ भरे, छतों पर सवारिया बैठाना प्राईवेट बस चालकों का काम है। प्रत्येक बस में चार-पांच व्यक्ति चलते हैं जो पीने, पिलाने, डराने, धमकाने, मारपीट व गुण्डागर्दी जैसे कृत्य करते हैं। रिपोर्ट में बार बार ऑटो चालक का उल्लेख करना समस्त तीन पहिया ऑटो चालकों के साथ अन्याय है। ऐसे झूठें तथ्यों पर आधारित ज्ञापन से तीन पहिया ऑटो चालकों पर कार्यवाही नहीं किये जाने की मांग की गई।