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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजकीय कन्या महाविद्यालय में IQAC, राजनीति विज्ञान विभाग व इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संविधान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगीत के सामूहिक गायन के साथ हुआ। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. गौतम कुमार कूकड़ा द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त अधिकारियों, कार्मिकों एवं छात्राओं को संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन करवाया गया तथा बताया कि संविधान एक जीवंत दस्तावेज है जो संविधान निर्माताओं के आदर्शों एवं नागरिकों की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है। संविधान वह दस्तावेज है, जो सरकार के लिए निर्देश व नागरिकों के लिए अधिकारों व कर्तव्यों की व्यवस्था करता है ताकि राष्ट्र निर्माण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकें। IQAC समन्वयक डॉ. सी. एल. महावर ने बताया कि एक नागरिक के रूप में हमने सबसे बड़ा उपहार संविधान के रूप में पाया है, इसे समझना और सम्मान देना हम सबकी जिम्मेदारी है।राजनीति विज्ञान के सहायक आचार्य रेखा मेहता ने संविधान की प्रस्तावना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्रस्तावना संविधान की आत्मा है, जो उन लक्ष्यों व आदर्शों की ओर इंगित करती हैं जिन्हें इस संविधान के माध्यम से प्राप्त किया जाना है । साथ ही बताया कि वाद विवाद, मॉडल व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने उत्साह से भाग लिया| संचालन कर रही इतिहास विभाग की सहायक आचार्य शंकर मीना ने 26 नवंबर के एतिहासिक महत्व पर प्रकाश डाला| एक देश एक चुनाव विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर क्रमशः नंदिनी भट्ट, श्रुति गोस्वामी व शीनम संयुक्त रूप से एवं रागिनी व्यास रही | पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर क्रमशः शीनम, दीक्षिता नाहर व निशि शर्मा रही | मॉडल प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर निकिता माली, उज्ज्वल सुथार व पायल कंवर रही। वाद विवाद प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका जयश्री कुदाल, डॉ. प्रीतेश राणा व डॉ. गोपाल लाल जाट ने तथा पोस्टर व मॉडल प्रतियोगिता में निर्णायक रिंकी गुप्ता, डॉ. श्यामसुन्दर पारीक व दिव्या चारण ने निभायी। कार्यक्रम में डॉ. इरफान अहमद, डॉ.लोकेश जसोरिया, डॉ. ज्योति कुमारी, डॉ. अंजू चौहान आदि सभी उपस्थित रहे।