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सीधा सवाल। चितौड़गढ़। मध्यप्रदेश के आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा विगत रविवार को अजाक्स के एक समारोह में संपूर्ण ब्राह्मण समाज की बेटियों के लिए दिए गए एक विवादित बयान का पूर्ण विप्र सेना एवं सर्व ब्राह्मण समाज में आक्रोश है , विप्र सेना द्वारा मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल एवं मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम पत्र लिख आईएएस अधिकारी को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने की मांग की है ।
विप्र सेना उदयपुर संभाग अध्यक्ष पीनू मेनारिया सतपुड़ा ने बताया कि भारतीय प्रशासनिक अधिकारी संतोष वर्मा सस्ती लोकप्रियता के लिए ब्राह्मण समाज की बेटियों एवं महिलाओं को लेकर एक समारोह में विवादित बयान दिया कि आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए जब तक "एक ब्राह्मण अपनी बेटी मेरे बेटे को दान में न दे दे"। इस तरह का घटिया बयान देना गलत है इसका सम्पूर्ण विप्र सेना द्वारा कड़े शब्दों में विरोध करती है ये महिलाओं का अपमान है,उन्होंने सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का प्रयास किया है ऐसी मानसिकता वाले अधिकारियों को यदि सात दिवस में सरकार निलंबित नहीं करती है तो विप्र सेना पूरे देश में उग्र आंदोलन करेगी साथ ही उक्त आईएएस अधिकारी का विप्र सेना अपने स्तर पर इलाज पक्का करेगी ।क्यों कि ऐसे अधिकारी प्रशासन का कार्य कम ओर अपनी नेतागिरी ज्यादा कर के सस्ती लोकप्रियता चाहते है । आज विप्र सेना द्वारा मध्यप्रदेश के राज्यपाल महोदय के नाम पत्र लिख अतिशीघ्र ऐसे विवादित अधिकारी को निलंबित करने कि मांग की गई साथ ही बताया गया कि उक्त आईएएस अधिकारी पूर्व में भी कई ऐसे विवादों में फंसे हैं। इससे पहले 2021 में उन्हें एक न्यायाधीश के फर्जी हस्ताक्षर करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था और जेल भी जाना पड़ा था। उन पर एक महिला को धमकाने का भी आरोप है।
पत्र में विप्र सेना चितौड़गढ़ जिलाध्यक्ष प्रकाश शर्मा,युवा जिलाध्यक्ष नरेश मेहता, सलाकार समिति सदस्य अशोक पालीवाल, जिलाउपाध्यक्ष महेंद्र जोशी,विधानसभा अध्यक्ष यशवंत पुरोहित,तहसील अध्यक्ष हनुमान चौबीसा,नगर अध्यक्ष राहुल पालीवाल रवि मेनारिया,लोकेश शर्मा सहित जिला पदाधिकारियों ने ठोस कार्रवाई की मांग की ।