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सीधा सवाल। कपासन। स्थानीय श्री राम द्वारा में मोक्षदा एकादशी पर्व पर श्री गीता जयंती महोत्सव श्री राम द्वारा के संत कीमत राम जी महाराज की अध्यक्षता में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। श्री गीता सत्संग मंडल के अध्यक्ष चंद्रशेखर तुलछिया ने अपने प्राकथन में बताया कि गीता सभी शास्त्रों का सार हैं। गीता अकर्मण्यता के अंधकार में पुरुषार्थ का प्रकाश हैं।अंतरराष्ट्रीय कृष्णा भावना अमृत संघ एवं इस्कॉन से जुड़े हुए उदय लाल मेनारिया ने गीता महातम्य का वर्णन करते हुए कहा कि कर्म ही गीता का केंद्र हैं। मुंगाना के महंत रामपाल ने कहा कि गीता ज्ञान के सितार पर भक्ति के सरगम में कर्म का संगीत हैं। शिक्षाविद राम नारायण शर्मा ने गीता के 15 वे अध्याय पुरुषोत्तम योग का मौखिक पाठ प्रस्तुत किया। राम द्वारा के संत कीमत राम जी ने प्रत्येक व्यक्ति को शास्त्र के अध्ययन के साथ ही शस्त्र संचालन में भी निपुण होना चाहिए,यही गीता का मूल स्वर हैं। प्रभु लाल टेलर ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अंत में कहा कि श्रीमद् भागवत गीता में निहित कर्म का आचरण ही समस्याओं का समाधान कर सकता हैं। श्री राम द्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष दामोदर सोमानी ने अतिथियों एवं सक्रिय कार्यकर्ताओं को ऊपरना भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम के नियोजन में गोपाल सुथार,बादशाह सिंह,गोपाल काबरा, दिलीप बारेगामा, गोविंद सिंह पवार, मुकेश जागेटिया,रामचंद्र गौड़ और सनातन प्रेमी महिलाएं एवं पुरुष उपस्थित रहे।