views
सात नमूने आहरित कर उनके विक्रय पर लगाई रोक
सीधा सवाल। कपासन।कृषि आयुक्त कृषि आयुक्तालय राजस्थान जयपुर द्वारा राज्य में उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उर्वरक वितरण में अनियमितता/कालाबाजारी/अवैध भंडारण/डायवर्सन /अन्य राज्यों में परिवहन का प्रभावी नियंत्रण करने हेतु निरीक्षण दल का गठन किया जाकर चित्तौड़गढ़ में आज दो दिसंबर को दल अधिकारियों जितेंद्र कुमार नोगिया सहायक निदेशक कृषि जल उपयोग प्रकोष्ठ एवं नरेंद्र जैन सहायक निदेशक कृषि जल उपयोग प्रकोष्ठ कृषि आयुक्तालय जयपुर द्वारा कृषि आदान विक्रेताओं एवं उर्वरक विनिर्माण परिसर का सघन निरीक्षण किया। कृषि आयुक्तालय जयपुर के दल अधिकारी नरेंद्र जैन सहायक निदेशक कृषि जल उपयोग प्रकोष्ठ मय कार्यालय सहायक निदेशक कृषि विस्तार कपासन, उर्वरक बीज एवं कीटनाशी निरीक्षक रामजस खटीक सहायक निदेशक कृषि विस्तार कपासन,हीरा लाल सालवी कृषि अधिकारी पौध संरक्षण एवं प्रशांत कुमार जाटोलिया कृषि अधिकारी फसल द्वारा जुबिलेंट एंड कंज्यूमर प्रो. सिंहपुर के एस एस पी विनिर्माण परिसर का निरीक्षण किया।निरीक्षण कर अतिरिक्त निदेशक कृषि खंड भीलवाड़ा के द्वारा 7 नमूने आहरित किये गये और उनकी विक्रय पर रोक लगाई गई।सिंहपुर स्थित कृषि आदान विक्रेताओं पवन खाद भंडार, चारभुजा इंटरप्राइजेज एवं नवकार खाद बीज भंडार का निरीक्षण किया। अनियमितता व कमियों के कारण बताओं नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया।गोराजी का निंबाहेड़ा स्थित एस एस पी विनिर्माण परिसर श्री गणपति फर्टिलाइजर का निरीक्षण किया गया। बेंचवार निर्मित एस एस पी उर्वरक की जानकारी ली गई।व कमियों पर आवश्यक निर्देश जारी किए गए।निरीक्षण टीम ने भ्रमण के दौरान कृषि आदान विक्रेताओं के यहां उपस्थित किसानों से चर्चा कर आग्रह किया की कोई भी कृषि आदान क्रय करें तो बिल आवश्यक रूप से लें।क्षेत्र में यूरिया की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में हो रही हैं। यूरिया की कोई कमी नहीं रहेगी,आवश्यकता अनुसार ही यूरिया क्रय करें ताकि सभी किसानों को यूरिया मिल सके। किसी भी प्रकार की अफवाह से बचें यूरिया के विकल्प के रूप में नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें ताकि मृदा का स्वास्थ्य अच्छा रहे व पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें।