views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। युवाओं को पुलिसिंग व समाज कल्याण से जोड़ने तथा सकारात्मक गतिविधियों में भाग लेने के उद्देश्य से जिला पुलिस ने अनूठी पहल करते हुए युवाओं की "मेवाड़ युवा शक्ति" नाम से सीएलजी का गठन किया है। पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी की ओर से मंगलवार को इस समूह का विधिवत शुभारंभ किया गया। 51 जिला स्तरीय सदस्य एवं 755 थाना स्तरीय सदस्य बनाये गए हैं। अब तक जिले के कुल 806 युवा इस संगठन से जुड़े हैं, जो जनजागरण एवं सुरक्षा व्यवस्था के कामों में पुलिस का सहयोग करेंगे। 18 से 30 वर्ष तक के युवक-युवतियां इसके सदस्य बने हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि महानिरीक्षक पुलिस रेंज उदयपुर के निर्देश पर जिले में युवाओं की *"मेवाड़ युवा शक्ति"* नाम से जिला स्तरीय व थाना स्तरीय सीएलजी संगठन बनाया गया है। इससे जुड़े युवा जिले में कहीं भी होने वाली आपराधिक गतिविधियों की जानकारी पुलिस को तुरंत देंगे। युवाओं को योजना-निर्माण, समस्या समाधान और टीमवर्क जैसे महत्वपूर्ण कौशल विकसित करने का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा। इस योजना का एकमात्र मकसद युवाओं को पुलिसिंग के कार्यों से जोड़ना है।
सामाजिक जागरूकता के तहत युवा स्कूल कॉलेज में नशा मुक्ति महिला सुरक्षा ट्रैफिक नियम आदि पर जन जागरण, साइबर साक्षरता कार्यशालाएं, डिजिटल सुरक्षा, ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव, सामाजिक समरसता, लैंगिक संवेदनशीलता एवं विधिक जागरूकता का प्रचार करेंगे। इसी प्रकार खेल प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, यातायात/ ट्रैफिक ड्यूटी में सहभागिता, संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देना एवं सामुदायिक निगरानी में सहयोग करना, त्योहारों, रैलियों एवं सार्वजनिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन में सहयोग, आपदा या आपात स्थिति में प्राथमिक प्रतिक्रिया दल के रूप में कार्य एवं वृद्ध जनों की सहायता में पुलिस का सहयोग करेंगे।
एएसपी चित्तौड़गढ़ सरिता सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि युवाओं को पुलिसिंग के कार्यों से जोड़ने के लिए *"मेवाड़ युवा शक्ति"* नाम से जिला स्तरीय व थाना स्तरीय सीएलजी संगठन बनाया गया है। जिला स्तर पर एक महिला सहित 51 सदस्यों का चयन किया गया है तथा थाना स्तर पर 755 सदस्यों का चयन किया गया है। जिले के कुल 806 युवाओं को इस संगठन से जोड़ा गया है। 18 से 30 वर्ष तक की उम्र के युवक-युवतियां इसके सदस्य बने हैं।