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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। सैनिक स्कूल में गुरुवार को भारतीय नौसेना दिवस प्राचार्य कर्नल अनिल देव सिंह जसरोटिया, उप प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल पारुल श्रीवास्तव एवं प्रशासनिक अधिकारी मेजर सी श्रीकुमार के निर्देशन में मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के शंकर मेनन सभागार में आयोजित हुए समारोह की मुख्य अतिथि स्कूल की उप प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल पारुल श्रीवास्तव थीे। स्कूल के सीनियर मास्टर ओंकार सिंह एवं एनसीसी के एएनओ विकास चैबे ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
स्कूल के जनसंपर्क अधिकारी बाबूलाल शिवरान ने बताया कि स्कूल में भारतीय नौसेना दिवस बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। एनसीसी के कैडेट राहुल लाम्बा ने भारतीय नौसेना की जबरदस्त क्षमता का महिमामंडन करते हुए नौसेना की उपलब्धियों का बखान किया। इस अवसर पर कैडेट्स को भारतीय नौसेना पर आधारित एक शॉर्ट डॉक्युमेंट्री दिखाई गई।
मुख्य अतिथि ने भारतीय नौसेना की महत्ता और हमारे राष्ट्र की रक्षा में उसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने नौसेना के अद्वितीय साहस, समर्पण और त्याग की सराहना की और कैडेट्स को भारतीय सशस्त्र बलों की शौर्य गाथाओं से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि नौसेना दिवस भारत की समुद्री शक्ति को मान्यता देने का दिन है। यह हमारे समुद्रों की सुरक्षा और राष्ट्र की अखंडता की रक्षा में भारतीय नौसेना द्वारा किए गए अभूतपूर्व योगदान का प्रतीक है। हमें गर्व है कि हमारे नौसैनिक न केवल समुद्र में बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी शक्ति का परिचय देते हैं। उन्होंने भारतीय नौसेना के समर्पण और शौर्य की सराहना करते हुए यह भी कहा कि हमारे नौसैनिक हर स्थिति में अपना कर्तव्य निभाने में सक्षम हैं, चाहे वह प्राकृतिक आपदाएं हों या सीमा पर सुरक्षा चुनौती। मुख्य अतिथि ने भारतीय नौसेना द्वारा किए जाने वाले प्रमुख अभ्यासों एवं प्रमुख ऑपरेशनों की जानकारी कैडेट्स के साथ साझा की। उन्होंने कैडेट्स से आह्वान किया कि वे भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की तरह राष्ट्रसेवा के लिए हमेशा तैयार रहें। मुख्य अतिथि ने स्कूल के नेवल विंग के कैडेट्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्म्मानित किया। इस अवसर पर स्कूल के समस्त स्टाफ एवं छात्र उपस्थित थे।