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सीधा सवाल। कपासन। परिवार की संपत्ति को लेकर चल रहे विवाद ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है। कपासन निवासी चुन्नीलाल पुत्र जीतमल जाट ने अपने ही सगे भाई ख्यालीलाल पर बहनों को बहला-फुसलाकर फर्जी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करने का गंभीर आरोप लगाते हुए कपासन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
रिपोर्ट के अनुसार फरियादी ने बताया कि ख्यालीलाल ने तीनों बहनों—केसर, जतन और गीता—को गलत तरीके से प्रभावित कर एक फर्जी इकरारनामा तैयार कराया, जिसमें चुन्नीलाल के नाम का उपयोग उसकी सहमति के बिना किया गया। फरियादी का कहना है कि उस दस्तावेज पर उसने कोई हस्ताक्षर नहीं किए।
फरियादी ने बताया कि 17 जून 2015 को तीनों बहनों ने दोनों भाइयों के पक्ष में हक त्याग पंजीकृत कराया था, जिसके बाद राजस्व रिकॉर्ड में दोनों भाइयों के नाम आधा-आधा हिस्सा दर्ज हो गया। इसके बाद चुन्नीलाल का हिस्सा 2 अगस्त 2022 को कुशल राठी, अभिषेक दुग्गड़ व मदनलाल दुग्गड़ को विक्रय पत्र द्वारा बेच दिया गया, वहीं ख्यालीलाल ने भी अपना हिस्सा 1 अगस्त 2022 को अन्य खरीदारों के पक्ष में पंजीकृत कराया।
फरियादी का आरोप है कि बाद में आरोपियों ने मिलकर फर्जी इकरारनामा तैयार कर उप जिलाधीश न्यायालय में वाद दायर कर दिया, जिसमें पुराने हक त्याग को ही फर्जी बताया गया। अदालत में पेश किए गए दस्तावेज में चुन्नीलाल के नाम का फर्जी उपयोग किया गया है।
चुन्नीलाल का कहना है कि यह पूरा षड्यंत्र प्रॉपर्टी हड़पने और दबाव बनाकर राशि हड़पने की नीयत से किया गया। उसके द्वारा न तो कोई सहमति दी गई और न ही ऐसा कोई दस्तावेज तैयार किया गया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। प्रकरण की जांच पुलिस निरीक्षक सुनील शर्मा द्वारा की जा रही है।