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1971 के भारत पाक युद्ध सैनिकों को याद कर 54 वी वर्ग वर्षगांठ मनाई गई
सीधा सवाल। डूंगला / चिकारड़ा। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित जिला इकाई मेरा युवा भारत (MY Bharat), चित्तौड़गढ़ के तत्वावधान में मदर टेरेसा महिला मंडल के नेतृत्व में विजय दिवस का आयोजन सेमलिया, फलोदड़ा, बिलौट एवं संगरिया सहित विभिन्न स्थानों पर गरिमामय रूप से किया गया। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मदर टेरेसा मंडल की अध्यक्ष श्वेता सामर ने बताया कि विजय दिवस के अवसर पर राष्ट्र उन वीर सैनिकों को नमन करता है जिन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध में सर्वोच्च बलिदान देकर देश की रक्षा की। आज 16 दिसंबर को भारत वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर मिली ऐतिहासिक विजय की 54वीं वर्षगांठ मना रहा है। यह दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस, शौर्य एवं बलिदान का प्रतीक है। यह विजय केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन नहीं थी, बल्कि न्याय और मानवाधिकारों की भी जीत थी। राष्ट्र अपने वीर नायकों का सदैव ऋणी रहेगा
वार्ड पंच भगवती राठौड़ ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान बच्चों को डिजिटल इंडिया योजना के अंतर्गत कंप्यूटर शिक्षा एवं स्पोकन इंग्लिश के महत्व की जानकारी दी गई। रामगोपाल वैष्णव (इंग्लिश लैंग्वेज ट्रेनर) ने बताया कि आज की वैश्विक दुनिया में अंग्रेजी भाषा संचार, व्यापार, शिक्षा और तकनीक की प्रमुख भाषा बन चुकी है। अंग्रेजी ज्ञान से करियर के बेहतर अवसर, अंतरराष्ट्रीय समझ तथा इंटरनेट, पुस्तकों एवं अन्य ज्ञान स्रोतों तक आसान पहुँच संभव होती है।
वहीं प्रधानाचार्य रामेश्वर लाल मेघवाल ने बच्चों को कंप्यूटर स्किल्स के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि वर्तमान युग में कंप्यूटर शिक्षा शिक्षा, व्यवसाय, चिकित्सा, मनोरंजन एवं दैनिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अत्यंत आवश्यक हो गई है, जिससे कार्यों में गति, सटीकता एवं दक्षता आती है तथा समय व संसाधनों की बचत होती है।
कार्यक्रम में उपस्थित वार्ड पंच भगवती राठौड़, राजमल जनवा, शिक्षक अशोक कुमार मीणा, बाबूलाल सैनी, लोकेश कुमार मीणा, शांतिलाल शर्मा, दिनेश वैष्णव, हार्दिक बुनकर, चंदनबाला नलवाया, संगरिया कार्यवाहक शब्बीर मोहम्मद मंसूरी, भेरूलाल मीणा सहित विद्यालय परिवार द्वारा कार्यक्रम का स्वागत एवं सहयोग किया गया।
अंत में छात्र-छात्राओं के बीच क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें उत्साहपूर्वक सहभागिता रही। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए जाने की घोषणा की गई।