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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। प्राथमिक कक्षा में शिक्षण के दौरान सह-शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से आनंददायी वातावरण में नवाचारों के साथ सीखने- सिखाने का अभ्यास करवाया जाए तो यह बालकों के मानस पटल पर स्थायी रूप से अंकित होता है और भविष्य में देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विचार ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी गोवर्धन लाल देवत ने व्यक्त किए।
वे राजकीय प्राथमिक विद्यालय भागल में पीईईओ पोटला कलां के अधीन हिंदी विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों की शिक्षा विभाग एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे शैक्षिक नवाचारों को आत्मसात कर उन्हें व्यवहार में लाएं।
कार्यक्रम में पीईईओ प्रतिनिधि चन्दा शर्मा ने ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी गोवर्धन लाल देवत का ऊपरना ओढ़ाकर स्वागत किया। संस्था प्रधान अनिता साहू ने बालकों की सक्रिय सहभागिता के साथ हिंदी शिक्षण में किए जा रहे नवाचारों की प्रस्तुति दी।
कार्यशाला में पीईईओ क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों से शिक्षक किशन लाल धनेत, तृप्ति तिवारी (चरपोटिया), कैलाश चंद्र (पोटला खुर्द), अशोक धारीवाल (चतरों का खेड़ा), कन्हैयालाल (भीम नगर) सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से सीमा एवं कुलदीप ने भी सहभागिता निभाई।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय भागल की ओर से शिक्षक राजू रेगर ने आभार व्यक्त किया।