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16 आरोपियों को किया गिरफ्तार, गोपालनगर में स्थित होटल में बनाया था कॉल सेंटर
सीधा सवाल। चित्तौडग़ढ़। जैसे-जैसे ऑनलाइन सुविधाओं में बढ़ोतरी हो रही है वैसे वैसे ठगी के नए-नए तरीके भी इजाद किए जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर ठगी होने की स्थिति में पुलिस मजबूत होती साइबर सेल अपराधियों तक पहुंचने में कामयाब हो जाती है। ऐसे में अब ऑनलाइन ठगी करने वाले लोग विदेशियों को निशाना बना रहे हैं ऐसा ही मामला चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाना पुलिस ने पकड़ा है। इसमें अमेजॉन के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर चला कर अमेरिका में रह रहे लोगों को ठगने का काम किया जा रहा था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। मौके से बड़ी संख्या में उपकरण पकड़े है।
जानकारी में सामने आया कि कई कंपनियां जो ऑनलाइन सामान की डिलीवरी करती है वह अपने ग्राहकों को संतुष्ट करने और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अपना कॉल सेंटर संचालित करती है। इससे कि ग्राहकों को परेशानी की स्थिति में मदद मिल सके लेकिन कंपनियों के इसी तरीके को अब ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों ने अपनी ठगी का माध्यम बना लिया है। चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र में गोपालनगर पर स्थित होटल धनुष में ऐसा ही एक कारोबार संचालित किया जा रहा था। इसमें अमेरिका में रहने वाले लोगों को अपनी ठगी का निशाना बनाया जा रहा था। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक रूप से यह सभी यहां नौकरी करने वाले लोग हैं, जो की कॉल सेंटर पर बैठकर विदेश में लोगों से बात करके ठगी करते थे। वहीं पुलिस ने कुछ मास्टर माइंड लोगों को भी नामजद किया है, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस जांच में सामने आया कि ये लोग सॉफ्टवेयर के माध्यम से अमेजन कंपनी के कस्टमर केयर का अधिकारी या कार्मिक बन कर अमेरिका में रहने वाले लोगों को कॉल करते और उन्हें आर्डर कैंसिल करने, आर्डर करने पर उनसे ऑनलाइन पैसा मंगवाते थे। पुलिस ने होटल से बड़ी संख्या में कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जप्त की गई। इनका काम शाम 6 बजे से शुरू होता और सुबह 6 बजे है खत्म हो जाता। लगभग 1 माह से यह लोग अपनी ठगी का कारोबार चित्तौड़गढ़ से चला रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर प्रशिक्षु सहायक उपनिरीक्षक जयेश पटेल ने मय जाप्ते के मौके पर दबिश दी। फिलहाल पुलिस ने यहां काम करने वाले 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आशंका जताई जा रही है कि इनके तार उदयपुर, दिल्ली और अन्य राज्यों से जुड़े हो सकते हैं, जिसका खुलासा पूरी जांच के बाद हो पाएगा। लेकिन साफ हो गया है कि ऑनलाइन सेवाओं के दौर में जैसे-जैसे पुलिस साइबर के क्षेत्र में मजबूत हो रही है वैसे वैसे अपराधी भी अब स्थानीय लोगों को छोड़ विदेश में बैठे लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाने के तरीके आजमा रहे हैं।