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युवा महोत्सव के साथ कर दिया किशोरी मेले का आयोजन
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। केंद्र और प्रदेश की सरकार लगातार प्रतिभाओं को अवसर देने का प्रयास कर रही है,इसके लिए बजट भी खर्च किया जा रहा है। लेकिन इन सबके बावजूद आयोजन की जिम्मेदारी उठाने वाले अधिकारी सरकार की मंशा को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। सरकार अलग-अलग मंचों को एक साथ जोड़कर अवसर प्रदान करने की दिशा में काम कर रही है तो दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों को एक साथ आयोजित कर औपचारिकता पूरी कर रहे हैं। ऐसा ही मामला युवा महोत्सव के आयोजन के दौरान सामने आया जहां केंद्र सरकार द्वारा संचालित नेहरू युवा केंद्र और राजस्थान की युवा बोर्ड के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित युवा महोत्सव केवल स्कूली बच्चों का कार्यक्रम बनकर रह गया तो वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग ने भी औपचारिकता पूरी करते हुए इसी कार्यक्रम के साथ किशोरी मेले का भी आयोजन कर डाला। हालत यह हुए की जब इसे लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से पूछा गया तो उनसे कोई जवाब देते नहीं बना और नेहरू युवा केंद्र के जिम्मेदार तो कार्यक्रम से ही नदारत रहे ऐसे में साफ है कि सरकार की मंशा भले ही प्रतिभाओं को मंच उपलब्ध कराने की है लेकिन जिम्मेदारी उठा रहे हैं अधिकारी केवल बजट पूरा कर औपचारिकता में जुटे हुए हैं।
सबका था कार्यक्रम औपचारिक बना आयोजन
दरअसल प्रदेश में विभिन्न कलाओं की ऐसी प्रतिभाएं हैं जो अपने हालातो के चलते विमुख हो गई है और नेहरू युवा केंद्र ऐसी ही प्रतिभाओं को तलाश कर उन्हें कार्यक्रमों के माध्यम से कला से जोड़े रखने का काम करता है। इसके लिए केंद्र सरकार बजट भी जारी करती है जिस की सफलतापूर्वक इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित हो लेकिन जिले में जिला श्री अधिकारी का पद खाली पड़ा है जिसका अतिरिक्त चार्ज भीलवाड़ा नेहरू युवा केंद्र के अधिकारी सुमित यादव को दिया गया है जो जिला स्तर का इतना बड़ा आयोजन होने पर अतिरिक्त करकर होने के बावजूद इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे तो उनके प्रतिनिधि के तौर पर लेखाकर्मिक कुलदीप दिखाई दिए जब उनसे जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने शिक्षा विभाग पर आयोजन की जिम्मेदारी डाल दी जबकि वास्तविकता यह है कि इस पूरे कार्यक्रम का बजट खर्च नेहरू युवा केंद्र के माध्यम से किया गया है। ऐसे में बिना अधिकारी और बिना जिम्मेदारी के हो रहे इस आयोजन की जिम्मेदारी जब शिक्षा विभाग को मिली तो शिक्षा विभाग ने भी इसी कार्यक्रम के साथ किशोरी मेले आयोजन कर दिया। लेकिन ना तो नेहरू युवा केंद्र के अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे अधिकारी सुमित यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देने के लिए किए गए फोन को उठाया और ना ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने दोनों कार्यक्रमों को एक साथ आयोजन को लेकर कोई जानकारी दी बस अधिकारी यह कहते नजर आए की युवा महोत्सव में विज्ञान विषय को शामिल किया गया था जिसके लिए ब्लॉक स्तर पर आयोजित हुए किशोरी मिलेंगे प्रथम स्थान पर रहें प्रतिभागियों को बुलाकर शामिल कर लिया ऐसे में इस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के विद्यालयों में पढ़ने वाले निजी और सरकारी स्कूलों के 12वीं कक्षा तक के छात्र और छात्राएं ही शामिल हुए जबकि युवा महोत्सव का उद्देश्य 15 वर्ष से लेकर 29 वर्ष तक के प्रतिभागियों को खोज कर उन्हें मंच उपलब्ध कराने का था जिससे कि उनकी प्रतिभाओं का अवसर मिले लेकिन इस पूरे कार्यक्रम में केवल औपचारिकता करते जिम्मेदार अधिकारी दिखाई दिए।
नहीं मिल रही नेहरू युवा केंद्र को युवा प्रतिभाएं
इस आयोजन में शिक्षा विभाग के स्कूली विद्यार्थियों को शामिल करने से यह स्पष्ट हो गया कि नेहरू युवा केंद्र के पास ऐसी कोई प्रतिभागी नहीं है जो युवा मौसम में जिला स्तर पर प्रतिनिधित्व या प्रदर्शन कर सके। यह स्थिति नेहरू युवा केंद्र की प्रासंगिकता पर भी सवाल खड़े करती है। गाहे बगाहे आयोजन कर मीडिया में सूचना प्रसारित कर सरकार की खानापूर्ति करने वाले नेहरू युवा केंद्र की पोल भी इस कार्यक्रम के आयोजन में खुलकर सामने आ गई। क्योंकि केवल स्कूली विद्यार्थियों की अतिरिक्त अन्य कोई प्रतिभा या विषय से जुड़े कार्यक्रमों की प्रस्तुति नेहरू युवा केंद्र को संभाल रहे जिम्मेदार करवाने में विफल रहे हैं।
शिक्षा विभाग ने धो लिए बहती गंगा में हाथ
इधर इस आयोजन को लेकर शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों ने भी बहती गंगा में हाथ धोकर किशोरी बाल मेले का आयोजन कर लिया। जब बात विभाग की पोल खुलती दिखाई दी तो जिम्मेदार यह कहकर बचाव करते नजर आए की विज्ञान की प्रतिभाएं प्रदर्शन के निर्देश होने के चलते ब्लॉक स्तर पर आयोजित हुए किशोरी मेले के प्रथम स्थान पर रहे प्रतिभागियों को बुलाया गया जबकि वास्तविकता यह है कि किशोरी मिलेगा वास्तविक आयोजन विद्यालय स्तर पर पढ़ने वाली बालिकाओं को बालिका शिक्षा से जोड़ने और उन्हें मंच प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न विषय पर किया जाता है जिसमें पर्यावरण सामाजिक जागरूकता चित्रकला नृत्य गायन जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। और रीवा मौसम में भी इन्हीं बिंदुओं पर आयोजन होने से जिम्मेदारों ने इसका फायदा उठा लिया और नेहरू युवा केंद्र के खर्चे पर अपने कार्यक्रम की औपचारिकता भी पूरी कर ली। ऐसे में आयोजन से जुड़े अधिकारियों की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं वहीं विभागीय सूत्रों का कहना है कि किशोरी मेले के आयोजन के लिए सरकार राशि उपलब्ध कराती है ऐसे में इस बात के आशंका भी प्रबल हो जाती है कि कही ऐसा तो नहीं है कि अंदर खाने बजट का फायदा उठाने के लिए खेल खेला गया हो जिससे कागजी औपचारिकता भी पूरी हो जाए और फायदा भी उठाया जा सके। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 में आयोजित हुए राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में जिले के विज्ञान वर्ग में कार्यरत एक शिक्षक को राज्य सर पर सम्मानित किया गया लेकिन शिक्षा विभाग को भी अपनी इज्जत बचाने के लिए किशोरी मेले में विजेताओं को जिला स्तर पर लाकर औपचारिकता पूरी करनी पड़ी शिक्षा विभाग में दाल में कल नहीं है बल्कि पुरी की पूरी दाल काली है जहां चहेतो को उपकृत करने और औपचारिकताओं को पूरा करने में जिम्मेदार लगे हुए हैं।
सालों से चल रहा नेहरू युवा केंद्र प्रतिभाओं का टोटा
जिला स्तर पर आयोजित हुए युवा महोत्सव ने नेहरू युवा केंद्र की प्रासंगिकता की पोल खोल कर रख दी है यहां नेहरू युवा केंद्र के नाम से प्रतिभाओं का अवसर देने के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है जिसका उदाहरण युवा महोत्सव बनकर सामने आया है। इधर शिक्षा विभाग से जुड़े कहानी लोग युवा बोर्ड के पास बजट नहीं होने और नेहरू युवा केंद्र के पास बजट उपलब्ध होने के चलते इस कार्यक्रम की आयोजन की बात करते नजर आए लेकिन अधिकृत रूप से अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते रहे। तो वहीं दूसरी ओर नेहरू युवा केंद्र के जिम्मेदार अधिकारी कार्यक्रम से ही नजारत रहे ऐसे में साफ है कि जिम्मेदारी भले ही किसी को भी दी जाए सभी सरकार की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं।
यह हुए शामिल
चित्तौड़गढ़ जिला स्तरीय युवा महोत्सव कार्यक्रम में चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर आलोक रंजन सहित शहर के प्रमुख जन शामिल हुए वहीं शिक्षा विभाग की मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार अतिरिक्त मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजराजेश्वर सिंह मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी चित्तौड़गढ़ शंभू लाल सोमानी कपासन राजकुमार शर्मा सहित शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षा परिषद के जरिए संचालित होने वाले परियोजना कार्यक्रमों के कार्यक्रम अधिकारी लीला चतुर्वेदी, नरेंद्र शर्मा, योगेश सहित कई अधिकारी शामिल हुए।