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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ जिले के अकोला पुलिस थाने से एक व्यक्ति के भागने के मामले में नई बात सामने आई है। इस आरोपी को पुलिस ने झगड़ा करने के कारण शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया था और इसे हवालात में बंद कर दिया था। बाद में इसे शौचालय ले गए, जहां पर यह रोशनदान की ग्रिल निकाल कर मौके से भागने में सफल रहा, जबकि इस मामले में थानाधिकारी ने बताया कि जो व्यक्ति भागा है उसे पुलिस ने एक परिवाद के निस्तारण के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद पुलिस उसे शांति भंग में गिरफ्तार करने वाली थी लेकिन वह मौके से भाग गया था। जबकि थानाधिकारी बयान से उलट अलग बात एफआईआर में सामने आई है।
जानकारी में सामने आया कि आकोला पुलिस थाने से एक आरोपी फरार हो गया था। इसके संबंध में पुलिस ने शनिवार रात को धारा 224 में एक प्रकरण दर्ज किया था। वहीं इस सम्बंध में आकोला थानाधिकारी ओंकार सिंह ने बताया था कि कोई प्रकरण दर्ज नहीं है। थाने से जो व्यक्ति भागा इसके खिलाफ़ एक परिवाद था। इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। इसे पुलिस शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार करने वाली थी, तभी वह भाग गया। जबकि वास्तविकता यह थी कि आरोपी गिरफ्तारी के बाद शौचालय में ग्रिल निकाल कर फरार हुआ, जिसका प्रकरण पुलिस थाने पर दर्ज हुआ है।
एफआईआर के अनुसार यह रहा घटनाक्रम
थाने पर जो एफआईआर दर्ज की है उसका घटनाक्रम थानाधिकारी के बयान से अलग है। कांस्टेबल प्रेमाराम ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि 9 दिसम्बरा को दिनेश मेघवाल निवासी चाकुडी में दोनो पक्षो को तलब कर पूछताछ की जा रही थी। इस दौरान अपरिवादी प्रेमसिंह पुत्र भगवत सिंह राजपूत निवासी चाकुडी आवेश में आकर पुलिस के सामने परिवादी को जान से मरने मारने की धमकियां देने लगा। प्रेमसिंह से पुलिस ने काफी समझाइश की लेकिन वह नहीं माना। इस पर प्रेमसिंह शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया। 10 दिसम्बर को करीब 12.30 पीएम पर कांस्टेबल प्रेमाराम आरोपी प्रेमसिंह को हवालात से बाहर निकाल थाने के बेरिक के पास बने शौचालय में ले गया। आरोपी प्रेमसिंह शौच करने अन्दर चला गया, जो काफी देर तक बाहर नहीं आया। तब कांस्टेबल ने आवाज लगाई तो अन्दर से कोई आवाज नही आई। इस पर शौचालय का दरवाजा जोर से धक्का देकर खोला तो अन्दर प्रेमसिंह नही मिला। शौचालय के रोशनदान की ग्रिल को तोड कर प्रेमसिंह फरार हो गया था। इसकी बाद में थाना परिसर में काफी तलाश की मगर कोई पता नही चला। इसके पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की सूचना थानाधिकारी एवं समस्त जाप्ता को दी। प्रेमसिंह का आस पास कहीं भी पता नहीं चल पाया। आरोपी प्रेमसिंह को तहसीलदार भूपालसागर के समक्ष पेश किया जाना था लेकिन उसके भागने के कारण थाने पर प्रकरण दर्ज किया है।