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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के निंबाहेड़ा में एक मामला सामने आया है, जिसमें साढू के बेटे को आत्महत्या करने से रोकना भारी पड़ गया। युवक जान बचाने पर वह आवेश में आ गया कि जान बचाने वाले पर ही हमला कर दिया और उसके घर पर तोड़फोड़ कर दी। साढू की रिपोर्ट पर साढू के बेटे और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
जानकारी मिली है कि जिले के निंबाहेड़ा सदर थाना इलाके में धाकड मोहल्ला बडोली माधोसिंह निवासी बगदीराम सालवी ने थाने में एक रिपोर्ट दी है। इसमें बताया है कि बगदीराम का साडू बडोली माधोसिंह निवासी शांतिलाल का पुत्र निर्मल सालवी अपने गृह क्लेश को लेकर फांसी का फंदा लगाने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान मौके पर बगदीराम, उसकी पत्नी संतोष और दोनों बेटे राहुल, रवि मौके पर पहुंचे। चारों ने मिल कर साड़ी का फंदा खोल कर उसकी जान बचा ली। लेकिन यह बात निर्मल को अच्छी नहीं लगी। निर्मल इतना आवेश में आ गया कि उसने गालियां देते जान से मार डालने की धमकी दे दी और यह भी कहा कि वह अपने बड़े पापा और उनके लड़कों को लाकर उसके परिवार को खत्म कर देगा। रिपोर्ट में बताया कि निर्मल अपने घर से निकल गया और लगभग एक घंटे बाद अपने बड़े पापा देवीलाल पुत्र नारायण सालवी और उसके साथ उनके दोनों बेटे नितिन और अंकित हाथों में लठ लेकर निर्मल के साथ घर पहुंचे। घर आते ही चारों ने बगदीराम के साथ मारपीट शुरू कर दी। जब उसके बेटे राहुल और रवि दोनों बीच-बचाव करने आए तो उन्हें भी उनके साथ भी मारपीट करने लगा। इसके बाद गुस्से में आकर सभी ने मकान में ही बनी दुकान के सामान की तोड़फोड़ कर उसे बाहर फेंक दिए। मकान में रखी हुई बाइक और स्कूटी को भी पर भी लठ मार कर तोड़फोड़ कर दी। रिपोर्ट में बगदीराम ने आरोप लगाया कि रसोई के भी सारे सामान बाहर फेंक दिए। आरोपियों ने केरोसिन ढूंढ कर मकान में आग लगाने की भी कोशिश की लेकिन केरोसिन घर पर नहीं होने के कारण आग नहीं लगा पाए। शोर-शराबा सुन कर आसपास के लोग भी मौके पर आ गए। लोगों की भीड़ देखकर चारों मौके से भाग निकले। बगदीराम ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस भी पहुंची। मौका मुआयना कर पुलिस ने एक रिपोर्ट दर्ज कर ली है।