252
views
views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रयाज़ चिश्ती ने मंगलवार को सर्किट हाऊस में महिलाओं से संबंधित समस्याओं को सुना और अधिकारियों को इनके निराकरण हेतु निर्देशित किया। जन सुनवाई में घरेलू हिंसा, नाता प्रथा, पारिवारिक झगड़े सहित महिलाओं से सम्बंधित 27 प्रकरणों में सुनवाई करते हुए उन्होंने अधिकारियों को कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए ।इस अवसर पर महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि राज्य महिला आयोग हर प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए उसमें यथाशीघ्र न्याय दिलवाने का प्रयास करता है। हर व्यक्ति अपनी बात रखने के लिए आयोग के पास जयपुर आसानी से नहीं पहुंच सकता है, इसलिए महिला आयोग जिला स्तर पर जनसुनवाई का आयोजन करता है ताकि दूरस्थ इलाकों में महिलाओं की समस्याओं का निराकरण किया जा सके। उन्होंने कहा कि युवाओं में संस्कृति से भटकाव चिंता का विषय है। विवाह जैसी संस्था को बचाना बहुत आवश्यक है और इसके लिए सभी को जागरूक होकर अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने दोनों परिवारों की प्री मैरिज काउंसलिंग की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर राज्य महिला आयोग के सदस्य सचिव वीरेंद्र यादव, महिला आयोग सदस्य अर्चना मेघवाल, सुमित्रा जैन, उपखंड अधिकारी बीनू देवल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश सांखला, समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक अशीन शर्मा, उपनिदेशक नन्दलाल मेघवाल, सहायक निदेशक राकेश कुमार तंवर, बाल विकास परियोजना अधिकारी रुचि भूकल, मनीष मेघवाल, पर्यवेक्षक महिला अधिकारिता चेताली जैन, समता भटनागर, रुचिका त्रिपाठी, नीतू जोशी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।