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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह अब ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए नया तरीका अपना रहे हैं। जिसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए भजन संध्या और गौशाला के नाम से पंपलेट बनवाकर वायरल कर रहे हैं साथ ही लॉटरी के टिकट बेच रहे हैं। लेकिन इनको ना तो लॉटरी खोलनी है और ना ही इनका कोई भजन संध्या करवानी है बल्कि इनका सीधा उद्देश्य लोगों के साथ ठगी करने का है इसके लिए बाकायदा नामी गायक कलाकारों के फोटो और नाम का उपयोग जमकर किया जा रहा है। ऑनलाइन माध्यम से राशि लेकर यूट्यूब के जरिए लॉटरी खोलने का दावा कर महंगे इनाम देने की बात करते हुए लोगों को झांसा देकर बड़ी संख्या में लोगों को इसका शिकार बनाया जा रहा है। हालत यह है कि सोशल मीडिया के जरिए प्रचार कर लोगों से राशि वसूल कर रहे हैं और राशि छोटी होने के चलते लोग कानूनी कार्रवाई करने से भी कतरा रहे हैं। ऐसे लोगों के चलते लोगों की आस्था का मजाक बनाया जा रहा है। जानकारी में यह भी सामने आया है कि ऐसी लॉटरी प्रक्रिया को अंजाम देने वाले लोग अलवर के मेवात क्षेत्र से जुड़े हैं जो देशभर में ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं।
ओछ्ड़ी में कल खुलेगा ड्रा !
चित्तौड़गढ़ जिले के ग्राम पंचायत ओछ्ड़ी में 22 दिसंबर को सांवलिया जी मंदिर परिसर में भजन संध्या जिसमें प्रख्यात गायक छोटू सिंह के फोटो के साथ लॉटरी खोलने का प्रचार सोशल मीडिया साइट पर किया गया है। इसमें खोली जाने वाली लॉटरी पर गौशाला का नाम लिखा है और इसके लिए 199 रुपए की राशि ऑनलाइन माध्यम से ली जा रही है। जबकि वास्तविकता यह है कि ना तो इस प्रकार की किसी कार्यक्रम की प्रशासनिक स्वीकृति ली गई है ना ही ग्रामीणों ने ऐसी किसी भजन संध्या की जानकारी होने की बात स्वीकार की है। ऐसे में साफ है कि लोगों से केवल गौशाला के नाम पर धार्मिक आस्था का फायदा उठाते हुए और उपहार का लालच देकर वसूली गिरोह सक्रिय है जो पैसे ऐंठने के लिए इस प्रकार की वारदात को अंजाम दे रहा है। फिलहाल यह जानकारी सामने आई है कि इस कार्यक्रम के नाम पर लगभग 4000 लोगों से राशि वसूल की जा चुकी है जिनको भजन संध्या और लॉटरी खुलने का इंतजार है। लेकिन ना तो कोई लॉटरी खोली जाएगी और ना ही किसी भजन संध्या का आयोजन होगा ऐसे में इन लोगों के लाखों रुपए डूब चुके हैं लेकिन राशि छोटी होने के चलते कानूनी कार्रवाई करने से भी लोग परहेज करेंगे जिसका नतीजा यह होगा कि आने वाले समय में ऐसे गिरोह अन्य स्थानों पर इस प्रकार की स्कीम चलाकर अपने कारोबार को बेरोकटोक चला पाएंगे।
पहले भी खुली इनामी स्कीम दर्ज हुए मुकदमे और भी सक्रिय गिरोह
जिले में यह पहली बार नहीं है जब स्कीम के नाम पर इस तरह का खेल चलाया जा रहा है। कभी जमीन के नाम पर तो कभी लकी ड्रा के नाम पर इस प्रकार के खेल जिले में चलते रहे हैं पूर्व में ऐसे ही मामले में प्रकरण दर्ज किए गए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा गया इसके बाद लंबे समय तक ऐसी स्कीम का संचालन करने वाले संचालक भूमिगत हो गए लेकिन अब एक बार फिर ऐसी स्कीम चलने वाले जीरो हो सक्रिय हो गए हैं जो अपने अवैध कारोबार को संचालित कर रहे हैं लेकिन इस बार गिरोह द्वारा केवल इनामी स्कीम नहीं बल्कि आस्था का भी उपयोग किया गया है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों से रकम वसूली जा सके।
धर्म की आड़ अवैध कारोबार
धर्म और आस्था के आड़ में यह लोग अवैध कारोबार संचालित कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि मेवात क्षेत्र में अधिकांश समुदाय विशेष के लोग इस प्रकार के ठगी के कारोबार से जुड़े हैं। बड़ी संख्या में ऑनलाइन ठगी की वारदात करने वाले लोगों ने अब यह नया तरीका इजाद किया है। विधि विशेषज्ञों की माने तो भारतीय रिजर्व बैंक की स्वीकृति के बिना इस प्रकार की लॉटरी निकालना पूरी तरह से अवैध है लॉटरी में इनाम जीतने वालों को सरकार को टैक्स की राशि जमा करनी होती है साथ ही जो संचालक लॉटरी का आयोजन करते हैं उन्हें भी सरकार को टैक्स जमा करना होता है लेकिन सीधे-सीधे टैक्स की चोरी कर एक और सरकार को चूना लगाया जाता है वहीं दूसरी ओर लोगों को छोटे-छोटे इनाम देकर उन्हें भी शिकार बनाया जाता है। अब सवाल यह है कि ऐसे मामलों में कार्रवाई करने के लिए किस प्रकार की कार्य योजना बनाई जाती है।
मैं लॉटरी का कोई कार्यक्रम नहीं करता हूं। मेरे नाम से भजन संध्या कर लॉटरी निकालने वाले लोग फर्जी हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। मैं इसका पूर्ण समर्थन करता हूं।
छोटू सिंह राव गायक कलाकार