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सीधा सवाल। प्रतापगढ़। राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने प्रतापगढ़ जिले के अरनोद थाना क्षेत्र के देवल्दी गांव में दो फार्म हाउस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों की एमडी ड्रग बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया। छापेमारी में लगभग 12 किलो एमडी ड्रग, ड्रग बनाने के उपकरण, भारी मात्रा में रसायन और एक अवैध पिस्टल के साथ तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए। इस जब्त सामग्री की कुल कीमत करीब 40 करोड़ रुपए आंकी गई है। पुलिस को सूचना मिली थी कि देवल्दी गांव में कुछ लोग एमडी ड्रग निर्माण और उसकी तस्करी में शामिल हैं। सोमवार को एजीटीएफ ने अरनोद थाना पुलिस के साथ मिलकर दो फार्म हाउस पर दबिश दी। पुलिस की भनक लगते ही मुख्य आरोपी याकुब, जमशेद और शाहील मौके से फरार हो गए। तलाशी के दौरान फार्म हाउस से 11 किलो 450 ग्राम लिक्विड एमडी ड्रग, 14 किलो 770 ग्राम केमिकल और अन्य ड्रग सामग्री जब्त की गई। इसके अलावा एक देशी पिस्टल, मैगजीन और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए।
भोपाल में पकड़ी गई 1800 करोड़ की ड्रग से कनेक्शन
एजीटीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन ने बताया कि देवल्दी गांव के मुख्य आरोपी गुजरात एटीएस द्वारा भोपाल में पकड़ी गई 1800 करोड़ की एमडी ड्रग मामले से जुड़े हुए हैं। गुजरात एटीएस की कार्रवाई में पकड़े गए मुख्य आरोपी शोएब के करीबी रिश्तेदार याकुब, जमशेद और शाहील ड्रग निर्माण और तस्करी में सक्रिय हैं।
दूसरे फार्म हाउस पर मिली अवैध पिस्टल
पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि ड्रग तस्करी के मामलों में वांछित और 25 हजार के इनामी बदमाश शाहरुख उर्फ टोनी देवल्दी गांव में चमन खान के फार्म हाउस पर छिपा हो सकता है। फार्म हाउस पर दबिश के दौरान शाहरुख नहीं मिला, लेकिन तलाशी में एक बिना नंबर की बाइक और तकिए के नीचे छिपी पिस्टल मय मैगजीन व तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए।
पुलिस टीम की बड़ी सफलता
इस कार्रवाई में हेड कॉन्स्टेबल महावीर सिंह और कांस्टेबल नरेन्द्र पाटीदार की अहम भूमिका रही। अरनोद थाने के एसएचओ हजारी लाल, एएसआई शिवलाल और पुलिस टीम के अन्य सदस्यों ने भी सराहनीय योगदान दिया। एडीजी दिनेश एमएन ने कहा कि यह कार्रवाई राजस्थान में ड्रग माफिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की बड़ी सफलता है।
मामले में पुलिस ने लिक्विड एमडी ड्रग: 11 किलो 450 ग्राम, ड्रग निर्माण में इस्तेमाल केमिकल4 किलो 770 ग्राम,अवैध पिस्टल और गोलियां: एक पिस्टल, 3 जिंदा कारतूस,अन्य उपकरण ड्रग निर्माण में उपयोगी मशीनें और सामग्री जब्त की है। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी याकुब, जमशेद और शाहील समेत कई अन्य फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं। वहीं, 1800 करोड़ की भोपाल ड्रग केस से जुड़े अन्य तारों की जांच भी जारी है।