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आपसी सहमति से भूमि विभाजन एवं राजस्व अभिलेख शुद्धि बने मिसाल
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर–2025 आमजन के लिए राहत और समाधान का माध्यम बन रहे हैं। शिविरों के माध्यम से राजस्व विभाग सहित विभिन्न विभागों द्वारा ग्रामीणों की लम्बित समस्याओं का मौके पर निस्तारण किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत कुंवालिया में आयोजित शिविर में राजस्व विभाग द्वारा एक लंबे समय से लंबित भूमि विवाद का आपसी सहमति से समाधान कर उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की गई। ग्राम कुंवालिया निवासी दल्ला पिता कजोड़ के परिवार के सदस्यों के बीच भूमि स्वामित्व को लेकर वर्षों से विवाद चला आ रहा था। ग्रामीण सेवा शिविर में दोनों पक्षों की सुनवाई के पश्चात विभागीय अधिकारियों ने संवाद स्थापित कर आपसी सहमति से भूमि का विभाजन करवाया। नियमानुसार दस्तावेजी कार्यवाही पूर्ण होने के बाद अब सभी पक्ष अपनी-अपनी भूमि के स्वामित्व अधिकारों के साथ स्वतंत्र रूप से कृषि कार्य कर सकेंगे।
इसी प्रकार ग्राम पंचायत मण्डपिया में आयोजित शिविर के दौरान एक काश्तकार के राजस्व अभिलेखों में लिपिकीय त्रुटि का मामला सामने आया। विभागीय टीम ने मौके पर रिकॉर्ड का परीक्षण कर त्रुटि की पुष्टि होने पर तत्काल सुधार की कार्यवाही की। सुधार के पश्चात काश्तकार को अपने भूमि संबंधी अधिकारों की विधिवत पुष्टि प्राप्त हुई।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन एवं राजस्व विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “ग्रामीण सेवा शिविर के कारण वर्षों पुरानी परेशानियां कुछ ही मिनटों में दूर हो गईं। यह वास्तव में आमजन के द्वार पर पहुंचा प्रशासन है।”