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सीधा सवाल। बांसवाड़ा। पुलिस थाना सल्लोपाट के थानाधिकारी एसआई देवीलाल खटीक को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से “केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक” से सम्मानित किया जाएगा। यह पदक उन्हें एक सनसनीखेज हत्या व बीमा फर्जीवाड़े की गुत्थी सुलझाने में असाधारण दक्षता और त्वरित कार्रवाई के लिए दिया जा रहा है।
जानकारी में सामने आया है कि मामला 1 दिसंबर 2024 का है, जब सल्लोपाट थाना क्षेत्र के बोरडाबरा गांव, एनएच 56 पर एक व्यक्ति की कुचली हुई लाश मिली थी। शव के पास से मिले दस्तावेजों में मृतक की पहचान नरेन्द्र सिंह रावत निवासी गुवारड़ी (अजमेर) के रूप में सामने आई। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को बुलाया, लेकिन उन्होंने शव को नरेन्द्र सिंह का न मानते हुए असहमति जताई।
इसके बाद एसआई देवीलाल खटीक के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई, जिसने मामले की गहराई से जांच करते हुए पाया कि मृतक वास्तव में तौफान पुत्र राधेश्याम निवासी रामगंज मंडी, कोटा था, जिसकी हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गई थी।
जांच में खुलासा हुआ कि अभियुक्त नरेन्द्र सिंह, जो कर्ज में डूबा हुआ था, ने अपने साथी भैरूलाल और इब्राहिम के साथ मिलकर स्वयं को मृत दिखाकर बीमा कंपनी से फर्जी क्लेम लेने की साजिश रची। इसके तहत उसने असहाय व्यक्ति तौफान को काम दिलाने का झांसा देकर अपने साथ लाया और शराब पिलाकर एनएच-56 पर ट्रेलर से कुचलकर हत्या कर दी। बाद में शव के पास अपने दस्तावेज रखकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की गई।
लेकिन एसआई देवीलाल खटीक की सूझबूझ, वैज्ञानिक जांच और गहन पूछताछ से इस जघन्य साजिश का खुलासा हुआ। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल किया गया ट्रेलर (आरजे 09 जीडी 6485) तथा ₹1,15,000 की रकम भी बरामद की। उस वक्त देवीलाल खटीक थाना सल्लोपाट में थानाधिकारी के पद पर तैनात थे और वर्तमान में भी वहीं पर सेवाएं दे रहे हैं। उनकी इसी उत्कृष्ट जांच दक्षता, अपराध की तह तक पहुंचने की क्षमता और न्याय सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें “केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक” के लिए चयनित किया है।