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सीधा सवाल। बस्सी। वन्यजीव अभयारण्य बस्सी में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजस्थान के निर्देश में यशवन्त कंवर, सहायक वन संरक्षक, के नेतृत्व में क्षेत्रीय वन अधिकारी मय वनकर्मी वन्यजीव गणना का वन्यजीव सर्वेक्षण, साईन सर्वे, ट्रांजैक्ट लाईन, कैमरा ट्रेप और प्लॉट सैपलिग के माध्यम से जानकारी ली जावेगी। प्रथम चरण से 15 नवम्बर तक साईन सर्वे किया जा रहा है। इस गणना में प्रात 6 बजे प्रारम्भ होने वाले इस सर्वे में वनकर्मी मासाहारी जीवों के मल, पगमार्ग, यूरीन और खरीच के निशान देखकर आंकडे दर्ज किये जायेंगे। दूसरा चरण ट्राजिक्ट लाईन सर्वे दिनांक 18.11.2025 से दिनांक 22.11.2025 नवंम्बर तक चलेगा। इसमें शाकाहारी वन्यजीवों के विचरण क्षेत्र आवास, वनस्पति और खरपतवार की स्थिति का अध्ययन किया जाएगा। तीसरे चरण में वन क्षेत्र में लगाए गए कैमरा ट्रैप से वन्यजीवों की तस्वीरे ली जाएगी। और प्रत्येक जानवर की अलग पहचान सुनिश्चित की जाएगी। चौथा और अंतिम चरण प्लॉट सैपलिग के माध्यम से वनों व वन्यजावों से जुडी विस्तृत जानकारी दर्ज की जावेगी। बस्सी वन्यजीव अभयारण्य में वास्तविक मासांहारी व शाकाहारी वन्यजीवों का आंकलन किया जा सकेगा। उक्त आंकलन कार्य वाइल्डलाईफ इंस्टीट्यूट ऑफ इडिया, देहरादून के मानक के आधार पर मास्टर ट्रेनर के द्वारा वन विभाग के अधिकारियों एव कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के उपरान्त करवाया जा रहा है। यशवन्त कंवर, सहायक वन संरक्षक एवं नरेन्द्र विश्नाई, क्षेत्रीय वन अधिकारी द्वारा वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर धरातल पर जाकर वनकर्मीयों को प्रशिक्षित किया गया।