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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर में मंगलवार को भाजपा नेता एवं व्यवसाई की गोली मार कर हुई हत्या के मामले में बुधवार को व्यापार संघ एवं सर्व समाज के आव्हान पर चित्तौड़ शहर पूरी तरह से बंद रहा। व्यापारिक संगठनों ने बंद का आव्हान किया था। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिया। वहीं शव का उदयपुर चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम किया गया। बाद में चित्तौड़गढ़ लाने पर कलक्ट्रेट परिसर में शव के साथ प्रदर्शन हुआ है। इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर षड्यंत्र का खुलासा करने की मांग प्रमुख रूप से की जा रही है। बाद। में पुलिस अधीक्षक की समझाईश पर शव का अंतिम संस्कार हुआ।
चित्तौड़गढ़ शहर में मंगलवार को भाजपा नेता एवं कुरियर व्यवसाई रमेश ईनाणी को गोली मार दी थी। गंभीरावस्था में ईनाणी को उदयपुर रेफर किया, जहां देर शाम उनकी मौत हो गई। पहले शव को चित्तौड़गढ़ लाकर पोस्टमार्टम कारवाने की थी। लेकिन बाद में पोस्टमार्टम उदयपुर में ही करवाने का निर्णय हुआ। इस पर उदयपुर में ही मेडिकल बोर्ड से ईनाणी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस मामले में पुलिस ने सीसी टीवी फुटेज में दिखाई दे रहे संदिग्ध को देर रात डिटेन कर लिया था। पुलिस इससे अनुसंधान में जुटी हुई है। रात को पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी भी कोतवाली थाने पहुंचे थे, जहां संदिग्ध आरोपित को रखा गया था।इस मामले में पुलिस की ओर से अब खुलासा होना है। अपरान्ह में पुलिस अधीक्षक ने समझाईश की तो परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुवे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता कलेक्ट्रेट परिसर में तैनात रहा।
पूरी तरह बंद रहे चित्तौड़ के बाजार
हत्या की घटना का सभी सर्व समाज व व्यापार संघ सहित सभी ने विरोध किया। व्यापार संघ ने हत्या के मामले में बंद का आह्वान किया था। बंद का सभी व्यापारियों का पूरा समर्थन मिला है। चित्तौड़गढ़ के बाजार पूरी तरह से बंद रहे। किसी ने भी अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले। व्यापार संघ की मांग है कि षड्यंत्र का खुलासा किया जाए और मुख्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा परिवार को भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
कलक्ट्रेट परिसर में ले गए शव रखी एम्बुलेंस
इधर, एंबुलेंस में रख कर ईनाणी के शव को चित्तौड़गढ़ लाया गया। शव को सीधे कलक्ट्रेट ले गए। यहां कलक्ट्रेट परिसर में एंबुलेंस खड़ी कर दी। इस दौरान परिवार के अलावा सर्व समाज के लोग मौजूद रहे। हत्या के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। षड्यंत्र में जो भी दोषी हैं उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की।
एंबुलेंस रोकने का प्रयास कर रहे लोगों को हटाते सीआई पर पिस्तौल तानने का आरोप
इधर, प्रदर्शन के दौरान सदर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह के हाथ में पिस्तौल निकाल लेने से मामला उग्र हो गया। एंबुलेंस में शव रख कर चित्तौड़गढ़ लाए तो पुलिस चाहती थी कि सीधे घर जाए। लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोग शव को कलक्ट्रेट ले जाना चाहते थे। यहां अंडरपास के यहां लोगों ने एंबुलेंस को रोका और सामने आ गए। इस दौरान पुलिस ने एंबुलेंस के आगे से लोगों को हटाया। तभी सीआई निरंजन प्रतापसिंह ने हाथ में पिस्तौल ले ली। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। एंबुलेंस को दूसरे रास्ते से कलेक्ट्रेट ले गए। लोग इसके बाद और उग्र हो गए और सीआई को प्रदर्शन स्थल पर बुलाने की मांग कर रहे हैं।