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शासन से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से लगाई गुहार, लेकिन नहीं बनी थी बात
सीधा सवाल। बेगूं। विगत लंबे समय से कोटा उदयपुर मार्ग पर चलने वाली राजस्थान रोड़वेज की एक्सप्रेस बसे बेगूं में प्रवेश ना कर सीधे काटूंदा मोड़ से ही निकल जाती थी। नगरवासियों ने इस गंभीर समस्या के संबंध में कई बार शासन से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों तक खूब दौड़ लगाई गई, लेकिन उचित परिणाम नहीं मिले। इस मामले में एक वादी द्वारा स्थाई लोक अदालत चित्तौड़गढ़ में वाद पेश किया गया। इस पर स्थाई लोक अदालत द्वारा चित्तौड़गढ़, कोटा और उदयपुर डिपो के मैनेजर को तलब कर फरवरी 2026 से चित्तौड़गढ़, कोटा और उदयपुर डिपो की एक्सप्रेस बसों का संचालन बेगूं से होकर करने का आदेश दिया। जानकारी के अनुसार स्थाई लोक अदालत चित्तौड़गढ़ में एडवोकेट इफ्तेखार अजमेरी द्वारा चित्तौड़गढ़ डिपो मैनेजर, उदयपुर डिपो मैनेजर, कोटा डिपो मैनेजर के विरुद्ध दावा प्रस्तुत किया गया कि कोटा से उदयपुर मार्ग पर संचालित होने वाली रोड़वेज की एक्सप्रेस बसे जो बेगूं ना आकर काटूंदा मोड़ पर ही रुककर निकल रही है, जिससे बेगूं क्षेत्रवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस पर लोक अदालत द्वारा प्रकरण दर्ज कर तीनों डिपो मैनेजर को तलब किया गया। मामले में स्थाई लोक अदालत ने मध्यस्थता कर प्रकरण के निस्तारण का प्रयास किया। इस पर मध्यस्थता सहमति से 14 नवंबर शुक्रवार को स्थाई लोक अदालत ने निर्णय पारित किया कि राजस्थान रोड़वेज के चित्तौड़गढ़, कोटा और उदयपुर डिपो अपने एक्सप्रेस वाहनों का संचालन फरवरी 2026 से बेगूं के शहीद भगत सिंह बस स्टैण्ड से करेंगे। वादी इफ्तेखार अजमेरी की तरफ से प्रकरण की पैरवी एडवोकेट रतन कुमावत और एडवोकेट जयदीप बिल्लू द्वारा की गई।