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लम्बी कतार में लगने के बावजूद नहीं मिला खाद कई खाली हाथ लोटे किसान
सीधा सवाल। बस्सी। अन्नदाता कहे जाने वाले किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। यूरिया खाद नहीं मिलने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ किसान बोवनी कर चूका है व यूरिया नहीं मिलने से अब फसल कमजोर हो जाएगी, जिसने किसानों को हताश कर दिया है। तो वहीं खाद को लेकर किसान भटक रहे हैं। क्षेत्र में यूरिया खाद बेचने वाले की मनमानी शुरू हो गई है।
आज एक दुकान पर आया खाद तो किसानों ने खाद लेने के लिए लम्बी कतार लगाकर खड़े थे कुछ ही देर में खाद के कट्टे ख़तम हो गए और कई किसानों को बिना खाद लिए ही लौटना पड़ा।
यूरिया खाद की किल्लत के चलते किसान काफी हताश है और संबंधित विभाग मूक दर्शक बनकर बैठे हुए हैं। क्षेत्र में यूरिया खाद को लेकर जबरदस्त मारामारी मची हुई है। किसानों ने बताया कि प्रतिदिन यूरिया के लिए बस्सी में आकर वापस लौट जाते हैं।
अब कम होगी खाद की काला बाजारी
किसान प्रतिदिन 5 से 10 किलोमीटर की दूरी तय कर सारे काम-धाम छोड़ कर भूखे प्यासे दिन भर खाद के लिए बस्सी बाजार आते है और निराश होकर लौट शाम को अपने घर चले जाते हैं। यूरिया खाद के लिए दुकानदारों के चक्कर काटने को विवश हैं। रबी की फसल में यूरिया की खपत अधिक होती है, लेकिन क्षेत्र में यूरिया नहीं मिलने से बाजार में यूरिया कमी है। एक दुकानदार ने बताया की जो भी किसान यूरिया लेने आये तब अपना आधार व नकल की फोटो कॉपी साथ लेके आये उनको ही खाद दिया जायेगा। जिससे लोग खाद की काला बाजारी कम कर पाएंगे।