views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। श्री क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक तन सिंह जी की 46 वीं पुण्यतिथि पर महाराणा भूपाल राजपूत छात्रालय परिसर में पुष्पअर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। मंगलाचरण के बाद पूज्य श्री के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन,तिलक,माल्यार्पण से श्रृद्धांजलि सभा की शुरूआत हुई। प्रार्थना के बाद सहगान के साथ ही सभी उपस्थित जनों ने कतार बद्ध होकर पूज्य श्री को श्रद्धांजलि स्वरुप पुष्पार्पण किया। श्री क्षत्रिय युवक संघ के केंद्रीय कार्यकारी गंगा सिंह साजियाली ने पूज्य श्री के बारे में तथा संघ की वर्तमान समय में उपादेयता पर उद्बोधन दिया।हम सभी पूज्य श्री द्वारा बताए श्री क्षत्रिय युवक संघ रूपी मार्ग पर चलने लग जाएं,क्षात्र धर्म और कर्तव्य को समझ लें,हम सब का कल्याण निश्चित हैं।सहायक निदेशक हॉर्टिकल्चर जोगेंद्र सिंह छोटाखेड़ा ने श्री क्षत्रिय युवक संघ परिचय,साहित्य,पत्र_ पत्रिकाओं की जानकारी दी,साथ ही 25 से 31 दिसंबर 2025 तक भूपाल छात्रावास चित्तौड़गढ़ में आयोजित संघ के माध्यमिक प्रशिक्षण शिविर के बारे में बताया।अपेक्षित बालकों को शिविर में भिजवाने का आग्रह किया।श्रद्धांजलि समारोह का संचालन करते हुए नरेंद्र सिंह नरधारी ने पूज्य श्री का जीवन परिचय,व्यक्तित्व तथा कृतित्व के बारे में विस्तार से बताया। सेवानिवृत्त खेल अधिकारी अनिरुद्ध सिंह बानीणा ने अपने उद्बोधन में बताया कि हमें कर्म से क्षत्रिय होना पड़ेगा,अहंकार को त्यागना पड़ेगा,हमारे जीवन शैली सात्विक हों,त्याग की भावना हम सब में अपेक्षित हैं।पूर्व प्रधान शक्ति सिंह मुरलिया ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी कथनी व करनी में अंतर नहीं होना चाहिए।पूज्य श्री ने पूरा जीवन समाज को समर्पित कर दिया। इस अवसर पर श्रद्धांजलि समारोह में दिलीप सिंह रूद,अजयपाल सिंह चरपोटिया,डॉ.गजेंद्र सिंह जादौन,पृथ्वी सिंह हाड़ा,गोपाल सिंह भाटियों का खेड़ा,लक्ष्मण सिंह बड़ोली,नरोत्तम सिंह झीलवाड़ा,राजेंद्र सिंह खेड़ियां, ललित सिंह सिरड़ी,लक्ष्मण सिंहभाटियों का खेड़ा,राजेंद्र सिंह मंगरोप,जीवनसिंह नरधारी, लोकेंद्रसिंह रूद,पूरण सिंह नेड़ियां,मंगल सिंह भटवाड़ा, खुमाण सिंह फाचरसोलंकी,देवेंद्र सिंह कंथारिया,अमर सिंह बनवाड़ा,पाबू सिंह उमरी, चंद्रभान सिंह भाटी,रूपेश सिंह, जितेंद्र सिंह शक्तावत,युवराज सिंह गुड़ाअर्जुन,चंद्रपाल सिंह पायरी,अर्जुन सिंह मिनाणा, विजय सिंह सेंथूरिया,अजय वीर सिंह हिंगवाणिया,अजयपाल सिंह धरियावद,हर्षराज सिंह अनेड़,दिलीप सिंह भदेसर,मालम सिंह,नगरी से राजेंद्र सिंह,रुद्र प्रताप सिंह,चंद्रपाल सिंह,लोकेंद्र सिंह,भानु प्रताप सिंह,आरव सिंह,करण सिंह दीपपूरा,देवेंद्र सिंह प्रताप नगर,नरेंद्र सिंह गुरलां,आदित्य सिंह कंथारिया, पूरूराज सिंह रूद,हरिओम सिंह, भूपेश सिंह नरूका,नरेश सिंह पिलोद,प्रताप सिंह राणावास, भूपेंद्र सिंह डगला का खेड़ा, हंसराज सिंह गिरवरसिंह जी का खेड़ा,पृथ्वीपाल सिंह मान्यास, लक्ष्यराज सिंह दीपपुरा सहित क्षत्रिय जन उपस्थित थे।