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बेगूं बाईपास के लिए 38 करोड़ और अम्बेडकर छात्रावास एवं सावित्रीबाई फुले छात्रावास भवनों का पुनर्निर्माण की घोषणा पर जताया आभार

सीधा सवाल। बेगूं। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा विधानसभा में राज्य के वर्ष 2025–26 का बजट पेश किया गया। बजट में बेगूं विधानसभा क्षेत्र में बाईपास निर्माण, सिरेमिक पार्क और फार्मा पार्क सहित महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई। इसको लेकर रविवार को भाजपा नगर मंडल बेगूं एवं ग्रामीण मंडल के कार्यकर्ताओं द्वारा रविवार शाम क्षेत्रीय विधायक डॉ सुरेश धाकड़ का भव्य स्वागत किया गया। भाजपा नगर मंडल बेगूं अध्यक्ष विदुषी जयदीप बिल्लू ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा वर्ष 2025–26 का बजट पेश किया, जिसमें बेगूं विधानसभा क्षेत्र को कई सौगाते दी गई। बजट में बेगूं बाईपास के लिए 38 करोड़ रूपये की घोषणा तथा जयसिंहपुरा से बामनहेड़ा, चेची, सेमलिया, धामंचा होते हुए मध्यप्रदेश सीमा तक सड़क के लिए 28 करोड़ की राशि की घोषणा की गई, साथ ही अम्बेडकर छात्रावास एवं सावित्रीबाई फुले छात्रावास भवनों के पुनर्निर्माण की घोषणा की गई। बजट में राणा प्रताप सागर व ब्राह्मणी नदी से जल अपवर्तन लिंक कार्य में 984 करोड़ की लागत से ब्राह्मणी बांध बनाए जाने की घोषणा की। इसी प्रकार गंगरार में बाईपास निर्माण के लिए 13 करोड़ की घोषणा और सोनियाणा, गंगरार में सिरेमिक पार्क और DMIC के अंतर्गत फार्मा पार्क की घोषणा की गई। बेगूं विधानसभा क्षेत्र को बजट में मिली महत्वपूर्ण सौगातों के लिए बेगूं क्षेत्र के भाजपा नगर मंडल एवं ग्रामीण मंडल के कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक डॉ सुरेश धाकड़ का भव्य स्वागत कर आभार जताया। इस दौरान भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष विदुषी बिल्लू, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष मदगोपाल धाकड़, पूर्व पालिका अध्यक्ष एडवोकेट कैलाशचंद्र शर्मा, पालिका पार्षद जयदीप बिल्लू, राजुलेन्द्र सुराणा, पूर्व प्रधान अंजू गुर्जर, पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष दिलीप अग्रवाल, सीपी जोशी, राकेश गुर्जी सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।
विधायक धाकड़ ने किया सोनोग्राफी मशीन का शुभारंभ
उपजिला चिकित्सालय बेगूं में विगत लम्बे समय से महसूस की जा रही सोनोग्राफी मशीन की जरूरत अब पूरी हो गई है। सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई सोनोग्राफी मशीन का शुभारंभ रविवार को क्षेत्रीय विधायक डॉ. सुरेश धाकड़ ने किया। सोनोग्राफी की सुविधा न होने के कारण मरीजों, खासकर गर्भवती महिलाओं को चित्तौड़गढ़ और ढ़ और भीलवाड़ा के निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता था। सोनोग्राफी मशीन के आने से यह समस्या अब दूर हो जाएगी और स्थानीय स्तर पर ही मरीजों को अब बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।