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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजस्थान सरकार के संंस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा संंस्कृत दिवस के उपलक्ष में उदयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय विद्वत् सम्मान समारोह में राजकीय कन्या महाविद्यालय चित्तौड़गढ़ के असिस्टेंट प्रोफेसर और भारतीय ज्ञान परम्परा केन्द्र के नोडल अधिकारी डॉ श्याम सुन्दर पारीक को संस्कृत एवं सामान्य शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की अध्यक्षता में संस्कृत युव प्रतिभा सम्मान से पुरस्कृत किया गया। संस्कृत के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर डाॅ पारीक को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, जनजाति क्षेत्रीय विकास एवं गृह रक्षा विभाग मंत्री बाबुलाल खराड़ी, उदयपुर विधायक शहर ताराचंद जैन, उदयपुर विधायक ग्रामीण फूलसिंह मीणा, निदेशक केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर परिसर प्रो.वाय एस रमेश, आयुक्त संस्कृत शिक्षा विभाग प्रियंका जोधावत एवं संयुक्त निदेशक संस्कृत शिक्षा विभाग राजस्थान जयपुर डॉक्टर जितेंद्र कुमार अग्रवाल द्वारा ₹21 हजार राशि के चैक एवं प्रशस्ति पत्र के साथ संस्कृत युवा प्रतिभा पुरस्कार दिया गया।
प्राचार्य डॉ गौतम कुमार कूकड़ा ने डाॅ पारीक को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए इसे महाविद्यालय के लिए गौरव का अवसर बताया।उन्होंने यह भी बताया कि डॉ पारीक इससे पूर्व भी विज्ञान भारती नई दिल्ली द्वारा सर्वश्रेष्ठ शोध प्रबन्ध के लिए आर्यभट्ट सम्मान, श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय द्वारा युवा साहित्य साधना सम्मान 2024 और विप्र सेना द्वारा
चाणक्य सम्मान 2025 जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। डॉ पारीक संस्कृत व्याकरण, अंग्रेजी और शिक्षा जैसे तीन विषयों से स्नातकोत्तर और 25,73 और 103 जैसे तीन कोड विषयों से यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण है। डॉ पारीक ने अभी हाल ही में बनस्थली विद्यापीठ से
निम्बार्क सम्प्रदाय प्रदत्त द्वैताद्वैत सिद्धान्त का अनुशीलनात्मक अध्ययन विषय पर शोधकार्य पूर्ण कर विद्यावारिधि की उपाधि अर्जित की है। डॉ सी एल महावर आइक्यूएसी समन्वयक के अनुसार वर्तमान में राजकीय कन्या महाविद्यालय चित्तौड़गढ़ में असिस्टेंट प्रोफेसर संस्कृत के पद पर कार्यरत पारीक को यह सम्मान युवावस्था में संस्कृत भाषा को लेकर किये गये जनपद संंस्कृत सम्मेलन, आवासीय संस्कृत संभाषण शिविर, विद्वत् सम्मान समारोह, संस्कृत कार्यशाला, संस्कृत वस्तु प्रदर्शिनी, शास्त्र प्रदर्शिनी, सरल संंस्कृत परीक्षा, भारतीय ज्ञान परम्परा, सनातन संस्कार शिविर, वैदिक शिक्षा, योग प्रशिक्षण एवं हजारों छात्र छात्राओं को संस्कृत भाषी बनाने जैसे अपने विशेष प्रयासों के लिए दिया गया है।