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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे “ग्रामीण सेवा शिविर 2025“ के अंतर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित शिविरों में आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा रहा है। यह शिविर प्रशासन की जनसुनवाई, जवाबदेही और जनसेवा की भावना को धरातल पर उतारने का प्रभावी माध्यम बनकर उभरे हैं। ग्राम पंचायत भाटोली में आयोजित शिविर के दौरान एक पुराने पारिवारिक संपत्ति विवाद का आपसी समझौते के माध्यम से समाधान किया गया। वादकारी रामेश्वर लाल एवं जगदीश चंद्र सुथार ने पारिवारिक सौहार्द बनाए रखते हुए पैतृक संपत्ति के बंटवारे का निर्णय लिया, जिसे राजस्व विभाग द्वारा मौके पर ही रिकॉर्ड में दर्ज कर शीघ्रता से संपादित किया गया। इसी शिविर में ग्रामवासी गंगाराम मेनारिया द्वारा ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ी बेलों और आसपास उगी झाड़ियों से संभावित विद्युत दुर्घटना की शिकायत दर्ज कराई गई। उपखंड अधिकारी द्वारा तत्परता से संज्ञान लेते हुए विद्युत विभाग को कार्यवाही के निर्देश दिए गए और उसी दिन ट्रांसफॉर्मर की सफाई कर सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया गया।
ग्राम पंचायत निकुंभ में आयोजित शिविर में निवासी कुशबा बेन पत्नी रतनलाल की शिकायत पर नाम में हुई त्रुटि को तत्काल दस्तावेज सत्यापन के पश्चात सुधारते हुए राजस्व रिकॉर्ड में संशोधित किया गया। इससे उन्हें सरकारी योजनाओं के लाभ प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। साथ ही, ग्रामवासी राकेश धारिवाला द्वारा शिविर में नवीन विद्युत कनेक्शन के लिए प्रस्तुत आवेदन पर भी तुरंत कार्यवाही करते हुए मीटर लगाकर बिजली आपूर्ति शुरू की गई।
ग्रामीण सेवा शिविरों के माध्यम से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा दिखाई गई संवेदनशीलता, तत्परता और सेवा भावना के परिणामस्वरूप ग्रामीणों को न सिर्फ राहत मिली, बल्कि शासन के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ है।