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टीम जीवनदाता एवं उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील का जिला सम्मेलन सैंकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाओं की उपस्थिति में रविवार 5 अक्टूबर को स्थानीय ऋतुराज वाटिका में सम्पन्न हुआ।
जिला मंत्री गोपेश कोदली ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समग्र शिक्षा सहायक निदेशक राजराजेश्वर चौहान थे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गोपाल स्वरूप त्रिपाठी ने की। विशिष्ठ अतिथि प्रदेश कोषाध्यक्ष कालूराम खटीक थे। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। सम्मेलन में शिक्षकों की समस्याओं एवं मांगों पर मंथन किया गया। तृतीय श्रेणी स्थानान्तरण, डीपीसी, वेतन विसंगति, उदयपुर संभाग के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की पदोन्नति एवं शिक्षकों के बकाया एनपीएस राशि के बारे में चर्चा की गई।
प्रदेश कोषाध्यक्ष कालूराम खटीक ने समस्याओं का निराकरण पदेशासतर से करवाने का आश्वासन दिया। जिलाध्यक्ष त्रिपाठी द्वारा शिक्षकों को गैर शैक्षिक कार्यों में लगाये जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की गई।
प्रदेश प्रभारी घनश्याम गर्ग ने कहा कि शिक्षक समस्याओं का निराकरण राज्य सरकार को त्वरित गति से करके राहत पहुंचाना चाहिए। सेवानिवृत्ति शाहिद हुसैन ने कहा कि संगठित रहकर शिक्षक हित में काम करना चाहिए तथा शिक्षकों को बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। प्रदेश सचिव हरिओम सिंह शक्तावत ने शिक्षकों को नैतिक चरित्र ऊँचा रखने का आह्वान किया। प्रदेश सचिव शिव कोदली ने शिक्षा विभाग की डीपीसी को समय पर करने की मांग को दोहराया।
कार्यक्रम में सहायक निदेशक राजराजेश्वर चौहान व अतिथियों द्वारा टीम जीवनदाता एवं उत्कृष्ट शिक्षकों का उपरना ओढ़ा कर, प्रतीक चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। संचालन अनिल बारेसा ने किया। आभार गणेश उनियारा ने जताया।
कार्यक्रम में शैलेन्द्रसिंह चौहान, सुभाषचन्द्र घारू, अनिल कुमार बारेसा, बजरंग लाल वर्मा, गणेश नारायण माली, उमेश चारूटा, अजयसिंह राठौड़, मानसिंह भाटी, राजमल जायसवाल, राजूलाल तेली, तेजाराम सैनी, गोपाल सोलंकी, सुरेशचन्द्र, विजेन्द्र सिंह, मुकेश बैरवा, मुकेश कुमार मीणा, संदीप साहू, विकास वैष्णव, मांगीलाल बलाई, लालूराम सालवी, लालूराम सालवी, दारासिंह राठौड़, सूर्यकान्त तोलम्बिया, तेजपाल हेड़ा, पुरूषोत्तम लक्ष्कार, सुरेशचन्द्र गुर्जर, पप्पू खां पठान, हीरालाल ओड़, शंकरलाल मीणा, संदीप बैडवाल, मनीष कुमार, श्यामसिंह सोलंकी, नरेश कुमार पारीक, रेखा कुमावत, कुसुम बेदी, गोवर्धनलाल आचार्य, कालूलाल नायक, फतहसिंह सोलंकी, जयदीप शमा्र, पूर्णिमा बांगड़, दशरथ काबरा, मुसदीलाल, किशनलाल खटीक, राजेन्द्र कुमार बलाई, लोकेश कुमार दशोरा, ओमप्रकाश शर्मा, पतराम, निशा कुरी शर्मा, कविता मेनारिया, शंभूलाल शर्मा, संजय कुमार जैन, मेहरूनिशा तंवर, दीप्ति चारण, मोसिन अली छीपा, हीना छीपा, श्याम बैरवा, हंसराज खलवा, नगेन्द्र सिंह सोलंकी, नवजीत, हरिसिंह, रमेश कुमार उज्जवल, संदीप कुमार जागीड़, राजेन्द्र कोहली, धर्मेन्द्र कुमार, संजीव कुमार, कुसुमलता कांकड़दा, सत्यनारायण सोमानी, कृष्णप्रसाद मेनारिया, भंवरदास वैष्णव, रविन्द्र कुमार बैरवा सहित सैंकड़ों अध्यापक उपस्थित रहे।